पूर्व ए.जी बाफना , खादी बोर्ड, सीआईआई की पहल



जयपुर, 30 मार्च। कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन के चलते मूक  पशु पक्षियों की पीड़ा को समझते हुए सोमवार को भी पूर्व महाधिवक्ता  गिरधारी सिंह बाफना ने खादी बोर्ड, सीआईआई व अन्य सेवाभावी संस्थाओं से समन्वय बनाते हुए विभिन्न स्थानों पर कबूतरों आदि पक्षियोें के लिए 200 किलोग्राम से अधिक दाने का वितरण किया।


मूक पक्षियों, पशुओें व जरुरतमंद लोगों को भोजन सामग्री उपलब्ध कराने के इस कार्य में सीआईआई भी सहभागिता निभा रही है। सोमवार को भी कबूतरों को चुग्गा डालने, गायांे को चारा ड़ालने के साथ ही जरुरतमंद लोगों को खाने के 200 से अधिक पैकेट व नाष्ता उपलब्ध कराया गया है।


मुख्यमंत्री  अशोक गहलोत द्वारा कोरोना महामारी के कारण लॉक डाउन के दौरान मूक पशु-पक्षियों का जीवन बचाने के संदेश से प्रेरणा लेकर पर राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड व पूर्व महाधिवक्ता  जीएस बाफना की पहल पर सीआईआई के साथ ही कई सेवाभावी लोग आगे आए हैं।


 एसीएस उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया है कि खादी बोर्ड व सहभागी संस्थाओं के सहयोग से सोमवार को भी पक्षियों को दाना और जरुरतमंद लोगों तक भोजन उपलब्ध कराने का कार्य जारी रहा।


 बाफना ने बताया कि रविवार को जयपुर के अजमेरी गेट, मालवीय नगर ब्रिज, झारखण्ड महादेव, अजमेर पुलिया पीड्ब्लूडी ऑफिस, जलेब चौक, स्टेच्यू सर्कल, अल्बर्ट हॉल आदि स्थानों पर कबूतरों आदि पक्षियों के लिए मक्का, बाजरा, ज्वार आदि दाना चुगने के लिए ड़ाला गया। 


बाफना ने सेवाभावी लोगों से इस पुनित कार्य में सहभागी बनने के लिए आगे आने का आग्रह किया है। सीआईआई के निदेशक नितिन गुप्ता ने बताया कि सीआईआई अपने सदस्यों के सहयोग से समूचे प्रदेश में मूक पक्षियों को चुग्गा उपलब्ध कराने और जरुरतमंद लोगों को खाना उपलब्ध कराने का कार्य कर रही है।


एसीएस उद्योग डॉ. अग्रवाल ने बताया कि पक्षियों को चुग्गा वितरण कार्य के लिए अन्य संस्थाएं भी आगे आ रही है और बाफना के संयोजकत्व में चुग्गा वितरण व्यवस्था जारी रखी जाएगी। तीन दिन में अब तक करीब 500 किलोग्राम मक्का, ज्वार, मूंग आदि दाना विभिन्न स्थानों पर पक्षियों को चुगने के लिए डाला गया।


उन्होंने बताया कि सेवाभावी सहयोगियों की भागीदारी से एक हजार किलोग्राम दाना अग्रिम एकत्रित हो गया है जिसे प्रतिदिन पक्षियों के चुग्गा स्थल पर उपलब्ध कराया जाएगा। इसी तरह से जीएस बाफना समन्वय बनाते हुए खाने के पैकेट व नाश्ता  की भी व्यवस्था की जा रही है।