कम हुए सब्जियों के दाम

 



    रायपुर, 03 अप्रैल । कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हुए लॅाकडाउन के शुरूआती दिनों में मंडियों में सब्जियों की आवक कम होने से बढ़ते दाम और कम उपलब्धता की समस्या अब पूरी तरह खतम हो गई है।


मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में लगे माल वाहक वाहनों को सुगम तरीके से चलाने की अनुमति पिछले दिनों दी थी। इसके बाद से थोक मंडियों सहित फल, सब्जियों के फुटकर विक्रेताओं की दुकानों तक पर्याप्त मात्रा में सब्जियां पहुंचने लगी हैं। टमाटर, आलू, प्याज, मिर्च, धनिया, भिंडी, गोभी, बैगन सहित अन्य हरी सब्जियां भी भरपूर मात्रा में बाजारों में उपलब्ध हैं।


    मुख्यमंत्री के आदेशानुसार जिला कलेक्टर ने थोक व्यापारियों से लेकर सब्जी बेचने वाले फुटकर विक्रेताओं से मिलकर उनकी उनकी दिक्कतों को दूर करने तथा सब्जी तथा फलों की पर्याप्त आपूर्ति बनाये रखने के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए थे। सब्जी और राशन की माल वाहक गाड़ियों को चलाने की अनुमति आम नागरिकों के हित में लिया गया महत्वपूर्ण निर्णय है।


जिला प्रशासन द्वारा अब रोज तय किये गए समय में नगरवासी बाजारों में पहुंच कर आसानी से सब्जियां फल आदि खरीद रहे हैं। आवक बढ़ जाने से सब्जियों और फलों के दाम भी पूरी तरह से नियंत्रण में है। पिछले 10 दिनों से बाजारों में आलू 20 से 25 रूपये किलो, प्याज 30 से 35 रूपये किलो और अन्य हरी सब्जियां भी नियंत्रित दामों पर ही बिक रही है।


लॉकडाउन के शुरूआती दिनों में आवक कम होने के कारण टमाटर की कीमतें 50 रूपये किलो तक पहुंच गई थी जोकि अब घटकर 20 से 25 रूपये किलो तक आ गई है। जिला प्रशासन आवश्यक वस्तुओं की लोगों तक आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सजग और गम्भीर है तथा बाजारों में लगातार निगरानी करने के कारण दूध, फल, सब्जी के दामों में अनावश्यक बढ़ोत्तरी नहीं हुई है तथा कालाबाजारी और मुनाफाखोरी पर भी पूरी तरह से नियंत्रण है।