नयी दिल्ली, New Delhi 18 अप्रेल । उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ Yogi Adityanath सरकार द्वारा लाकडाउन के बीच कोटा में फंसे उत्तर प्रदेश के बच्चों को विशेष बसे भेज कर उत्तर प्रदेश लाने के मुददे पर राजनीति तेज हो गयी है ।
उत्तर प्रदेश सरकार ने कोटा में फंसे उत्तर प्रदेश के बच्चों को अपने घरों पर पहुंचाने के लिए 250 से अधिक बसे कोटा भेजी थी, यह बसे बच्चों को कोटा से लेकर कल आधी रात के बाद रवाना भी हो गयी है और सूचना है कि यह बसे उत्तर प्रदेश की सीमा में पहुंच चुकी है ।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार Nitish Kumar ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ पर निशाना सांधते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लाकॅडाउन को लेकर दिये गये निर्देशों का मजाक उडाया है ।
उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री ने लाकॅडाउन के दौरान जो जहां है वहीं रहने के निर्देश दिए थे, बावजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कोटा में फंसे बच्चों को लाने के लिए उत्तर प्रदेश से बसे भेज कर प्रधानमंत्री के निर्देशों का मजाक उडाया है ।
बिहार के सूचना मंत्री नीरज ने आज पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि योगी सरकार द्वारा लाकॅडाउन का मजाक उडाया है ।उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस का उपचार मात्र सोशल डिस्टर्स बताते हुए लाक डाउन लगाते समय निर्देश दिये थे कि जो जहां है वो वहीं रहे ।लाक डाउन का पूरा पालन करे । बावजूद उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री के निर्देशों की अवेहना करते हुए कोटा में कोचिंग संस्थानों में पढ रहे बच्चे जो लाक डाउन की वजह से कोटा में रह गये थे , उन्हे लाने के लिए कल शुक्रवार को काफी संख्या में बसे कोटा भेजी यह केन्द्र सरकार के दिशा निर्देशों का उल्लंधन है ।
बिहार के सूचना मंत्री ने कहा कि बिहार के छात्र श्रमिक भी कई राज्यों में फंसे हुए है लेकिन हमारी सरकार लाक डाउन के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए उन्हे जहां छात्र, मजदूर है आर्थिक मदद मुहैया करवा रहे है । उनकी उचित देखभाल की जा रहीं है ।
सूचना मंत्री नीरज ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने लाकॅडाउन का मजाक उडाया है। केन्द्र सरकार को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए ।
फाइल फोटो साभार गूगल