जयपुर, 28 अप्रेल। राजस्थान मेंं मोडिफाइड लॉकडाउन 2 में राज्य सरकार के निर्देशों के अनुरूप उद्यमियों ने खासा उत्साह प्रकट करते हुए तेजी से काम शुरू कर दिया है । इसी का नतीजा है कि प्रदेश में एक लाख 14 हजार से अधिक श्रमिक औद्योगिक इकाइयो में काम पर आ गए हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उद्योग व राजकीय उपक्रम मंत्री परसादी लाल मीणाा के प्रयास तेजी से रंग ला रहे है ।
मीणा ने बताया कि मोडिफाइड लाॅक डाउन 2 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा केन्द्र व राज्य सरकार की एडवाइजरी की पालना कराते हुए उद्योग धंधों को पटरी पर लाने के लिए उठाए गए कदमों का परिणाम है कि राज्य में सात हजार से अधिक औद्योगिक इकाइयों ने आगे आकर पहल की है।
उद्योग मंत्री मीणा ने बताया कि राज्य सरकार ने लाॅक डाउन एक के दौरान आटा, दाल, तेल, मसाला आदि अनुगत श्रेणी की इकाइयों में उत्पादन कार्य जारी रखने का परिणाम रहा कि पहले चरण में ही प्रदेष में 1850 औद्योगिक इकाइयां काम करने लगी।
उन्होंने बताया कि इसके बाद पारदर्षी सरलीकृत व्यवस्था और गाइड लाईन का परिणाम है कि राज्य में अब तक करीब सात हजार औद्योगिक इकाइयों ने औद्योगिक गतिविधियां शुरु करने की पहल की है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के कारण लाकडाउन के बावजूद उद्यमियों से सीधे समन्वय व विष्वास कायम करने का परिणाम है कि आज एक लाख 14 हजार से अधिक श्रमिक औद्योगिक इकाइयों में काम पर आने लगे है।
मीणा के अनुसार 90 से अधिक बडी इकाइयोें ने काम आरंभ कर दिया है। औद्योगिक इकाइयों से सुरक्षा प्रोटोकाॅल की शतप्रतिशत पालना सुनिष्चित करने को कहा है।
एसीएस उद्योग डाॅ. सुबोध अग्रवाल ने बताया निदन्तर समन्वय व संवाद का परिणाम है कि औद्योगिक इकाइयों में काम शुरु करने का विष्वास पैदा हुआ है। उन्होंने बताया कि कफ्र्यूग्रस्त इलाकों के 14 औद्योगिक क्षेत्रों को छोड दिया जाए तो प्रदेष के अन्य सभी औद्योगिक क्षेत्र खुल गए हैं।