उत्तरपश्चिमरेलवेनेबचायेराजस्थानराज्य में 120 करोड़ रू.




जयपुर, 12 जनवरी । भारतीय रेलवेविद्युतका एक बड़ाउपभोक्ताहै एवंरेलवेबिजलीआवष्यकताओं की पूर्ति के लिए अत्यधिकउच्च शुल्ककाभुगतानकरताथा।2015 के बजटीय भाषणमेंमाननीय  रेलमंत्री जी ने घोषणा कीथीकि‘‘बिजली की खरीद,विद्युतउत्पादनकंपनियों, बिजली एक्सचेंजोंऔर द्विपक्षीय व्यवस्थाओं से किफायतीटैरिफपरबोलीप्रक्रिया के माध्यम से कियाजानाप्रस्तावितहै।इसपहल से अगलेकुछवर्षोंमें कम से कम  3,000  करोड़ रुपयेराजस्व की बचतहोने की संभावनाहै।”

उत्तरपष्चिमरेलवे के मुख्य जनसम्पर्कअधिकारीले. शषिकिरण ने बतायाकिविद्युतअधिनियम, 2003 मेंओपन एक्सेस के प्रावधाननेरेलवेजैसेबड़ेविद्युतउपभोक्ताओंकोस्थानीय बिजलीवितरणकंपनी (क्प्ैब्व्ड) के अलावाअन्य आपूर्तिकर्ताओं से बिजलीप्राप्तकरने के लिए ट्रांसमिशनऔरवितरण (टी एंड डी) नेटवर्कतकपहुंचप्रदानकी।नवंबर 2015 में, सीईआरसी (सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटीरेगुलेटरी कमीशन) नेअपनेफैसलेमेंस्पष्टकियाकिरेलवेअधिकृत डीम्डलाइसेंसधारीहैऔरविद्युतअधिनियम, 2003 के अनुसारओपन एक्सेस के तहतसेंट्रलऔरस्टेटट्रांसमिशनसिस्टमकोव्हीलिंगचार्जदेकरकिसीभीजेनरेटिंगकंपनी से सीधेबिजली खरीदसकताहै।

राजस्थानमेंरेलवे के लिए ओपन एक्सेस के लिए उत्तरपष्चिमरेलवेनोडल एजेन्सीहै।उत्तरपष्चिमरेलवे द्वाराराजस्थानमेंरेलवेकोओपन एक्सेस के माध्यम से बिजली की खरीदकरनेपरअत्यधिकवित्तीय लाभ मिल रहाहै।वर्तमानमें, राजस्थानमेंरेलवे के 24 ट्रैक्शनसबस्टेशनपरओपन एक्सेस के माध्यम से विद्युत् आपूर्तिलीजारहीहैं।औरसभी नए ट्रैक्शनसबस्टेशनकोइसमेंजोड़ाजारहाहैं।वर्तमानमेंबिजली की खरीदजिंदलइंडियाथर्मलपावरलिमिटेड  (रेलवे एनर्जीमैनेजमेंटकंपनीलिमिटेड) के पवनऊर्जासंयंत्र औरभारतीय रेलबिजलीकंपनीलिमिटेड से की जारहीहै।इससेपर्याप्तबचतहोरहीहै।वर्ष 2019-20 मेंराजस्थानराज्य मेंउत्तरपष्चिमरेलवेनेकुल 381.06 मिलियन यूनिटबिजलीओपर एक्सेस के माध्यम से खरीदी, जिससे 120.85 करोड़ रू. राजस्व की बचतप्राप्त कीहै।विगतकईवर्षों से रेलवेप्रतिवर्ष100करोड़ से अधिकरू. की बचतकररहाहै।