श्रद्धालुओं के लिए खुला श्री गलता जी।






 जयपुर, 25 जनवरी । उत्तर भारत की प्रमुख श्री वैष्णव पीठ श्री गलता जी में सोमवार दिनाँक 25 जनवरी 2021 से  श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रारम्भ कर दिया गया है।

युवराज स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि कोरोना काल में प्रवेश बन्द किये जाने के बाद श्री गलता पीठ परिसर गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य जी महाराज के आदेश अनुसार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। इससे श्री गलता पीठ से जुड़े सभी लोगों में खुशी और उत्साह व्याप्त है। आगन्तुक श्रद्धालुओं को प्रवेश ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से दिया जाएगा व  परिसर में प्रवेश करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना होगा।



ऐसे होगी बुकिंग:-


 1. www.galtaji.org पर लॉगिन करके, booking में जाकर अपनी जानकारी भरें।

2. आपके मोबाईल नम्बर पर एक 4 अंकों का कोड आएगा।

3. 4 अंकों के कोड को डालने के बाद आवेदन के लिए क्लिक करें।

4. आपके मोबाईल पर आपके द्वारा की गई बुकिंग की जानकारी sms से आ जायेगी।

5. SMS को श्री गलता जी के प्रवेश द्वार पर दिखाकर प्रवेश करें।


इन नियमों की पालना अनिवार्य होगी :-


1. एक मोबाईल नंबर का प्रयोग एक दिन में एक बार ही किया जा सकता है।

2. एक बार में अधिकतम 5 व्यक्तियों की ही बुकिंग की जा सकती है।

3. आगंतुकों को बुकिंग मैसेज के साथ अपना पहचान पत्र भी दिखाना होगा।

4. प्रवेश  प्रातः 7:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक व सायंकाल 4:00 बजे से  6:00 बजे तक रहेगा जिसे 1-1 घंटे की समय खिड़की में बाँटा गया है।

5. गलता गेट से होते हुए गलता घाटी मार्ग से प्रवेश अभी भी बन्द है।

6. प्रवेश केवल मात्र घाट की गूणी-सिसोदिया गार्डन होते हुए श्री गलता जी के पूर्वी द्वार से ही दिया गया है।

7. श्री गलता जी के पवित्र कुण्डों पर जाना, स्नान आदि करना अभी भी पूर्णतया निषेध है। कुण्डों पर स्थित मंदिरों, धर्मशालाओं व अन्य भवनों आदि में प्रवेश पूर्णतया निषेध है।

8. सरकार द्वारा जारी की गईं सभी कोरोना      गाईडलाईन्स की पालना करना अनिवार्य है।

9. परिसर में रुकना, व्यर्थ खड़े रहना-बैठना, प्रसाद-फल-फूल-माला आदि का लेन देन पूर्णतया निषेध है।


श्री गलताजी परिसर के अतिरिक्त मंदिर ठिकाना गलता प्रन्यास के अंतर्गत आने वाले सभी मंदिरों को गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य जी महाराज के द्वारा जारी किए गए आदेश अनुसार  पुजारियों द्वारा  मंदिरों की स्थितियों के अनुरूप उक्त दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए खोले जा चुके हैं।