बिजासन माता धाम पर प्रकाश का बंगला

 








अजमेर, 17 अप्रेल । कोरोना की छाया के कारण बिजासन माता के फुल बंगले करवाने वाले  भक्तों को इस साल भी मायूस होना पडा ।

  नव संवत्सर के प्रथम नवरात्रि से बिजासन माता थान पर फुलों के बंगले प्रारंभ हो जाते हैं । हर बंगले कराने वाला भक्त अपनी बारी का बेताबी से इंतजार करता है, उनका पूरा परिवार और संबधी इस अवसर को पाकर अपने को धन्य मानते हैं। लेकिन  इस बार भी कोरोना की दूसरी लहर के कारण सब निराश हो रहे हैं। 


बिजासन माता समिति ने कोरोना के कारण लगी पाबंदियों के कारण फुल बंगले स्थगित करने का निर्णय करना पडा ।गत वर्ष भी कोरोना की वजह से फुल बंगले नहीं हुए थे ।

बावजूद  बिजासन माता में आस्था रखने वालों को कोरोना की पाबंदियां नहीं रोक पा रही है।

जहां आज यहां गुलाब के फुलों का बंगला सजता था वहां माता जी ने अपने थान को विशेष बिजली की लाईटो से रंग बिरंगी विद्धुत बल्बों और प्रकाश फैलाती हेलोजिन लाईटो से बंगला सजाया है।


कोरोना प्रतिबंधों की बाधाओ के बावजूद यहां दर्शन के लिए अपने आस्था के फुल चढाने वाले श्रध्दालुओं का निरंतर आना जाना लगा हुआ है।


नव निर्वाचित चित्रांश पार्षद अतिष माथुर ने बहुत उच्च कोटी की लाईटो से बिजासन माता थान को जगमगा दिया है। फुलों के बंगलो से आने वाली सुगंध को माता जी के थान पर श्रृद्धालुओं द्वारा भेट चढाए गए विभिन्न तरह के इत्र की महक से पूर्ति हो रही है, रंगबिरंगी लाइटे ,फुलो की कमी को पूरा कर रही है। पंचशील निवासी पंडित कैलाश जी की ओर से बिजासन माता जी को और पूरे नीम चबूतरे को विशिष्ट हेलोजिन लाईटे भेट कर जगमगा दिया है। इसका प्रकाश यहां रात्रि में भी दिन का आभास करा रहा है। 

माताजी की इच्छा की टोह भला कौन ले सकता है। शायद माता जी की ही इच्छा रही होगी कि अबकी बार नए सिरे के बंगले हो। यह सब उनकी इच्छा के बिना होना संभव नहीं था।