घोषित न्यूनतम दाम पर अनाज की पूरे साल खरीद की करे घोषणा ।

 


जयपुर, 5 मई । किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम पाल जाट ने ममता बनर्जी को आज पश्चिम बंगाल की तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने पर बधाई देते हुए कहा कि किसानों को उनकी उपजों के घोषित न्यूनतम दाम पर दाने.दाने की वर्ष भर खरीद करने की घोषणा कर सकारात्मक संदेश देने की अपील की है ।

 जाट ने आज ममता बनर्जी को लिखे पत्र में कहा है कि पश्चिम बंगाल के बारे में धारणा है कि जिसे पश्चिम बंगाल आज देखता है देश उसे कल देखता है। कृषि जोते छोटी छोटी है। प्रमुख उत्पादनों में तिल के अतिरिक्त धान है। जहां तिल का अंश 31 प्रतिशत है वहीं धान का उत्पादन में13.5 प्रतिशत अंश है।



उन्होने कहा कि कृषि लागत एवं मूल्य आयोग के अनुसार किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान बेचने का समुचित अवसर प्राप्त नहीं होने के कारण एक  क्विंटल पर 1000 रुपये तक का घाटा उठाकर बाजार में बेचना पड़ा था। यानि धान.सामान्य का घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य एक क्विंटल के लिए किसानों को 1868 रुपए भी प्राप्त नहीं हुए। यह स्थिति तो तब है जबकि राज्य में 1 क्विंटल धान का उत्पादन खर्च (C-2) 1879 रुपए हैं। किसानों को अपने खर्च से भी लगभग आधी राशि ही प्राप्त हुई। आर्थिक रूप से कमजोरो के सहारे के रूप में आप की छवि बनी हुई है।

 जाट ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि  तीसरे कार्यकाल में किसानों को उनकी उपजों के घोषित न्यूनतम दाम मिलना सुनिश्चित करे । कृषि एवं उसके उत्पाद संविधान की सूची में राज्य का विषय होने के कारण पश्चिम बंगाल भी कृषि उपज मंडी अधिनियम में इस प्रकार के कानूनी प्रावधान कर सकता है। इससे केंद्र सरकार द्वारा आदर्श कृषि उपज मंडी अधिनियम 2017 के प्रारूप की धारा 41 (2)(ix)  के अनुसार आज्ञापक प्रावधान तैयार हो सकेगा। तब किसानो को अपनी उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दामों पर नहीं बेचनी पड़ेगी।

उन्होने कहा कि वर्ष 2018.19 में देश में लाभान्वित होने वाले किसानो में पंजाब के 95हरियाणा के 69.9%

 तथा पश्चिम बंगाल के 7.3%किसान ही लाभान्वितो की सूची में थे। पश्चिम बंगाल के 92.7% किसान सरकारी खरीद तक नहीं पहुंच सके थे और उनको संकटग्रस्त बिक्री का सहारा लेना पड़ा था। 

 राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 2019-20 में पश्चिमी बंगाल से धान की खरीद की मात्रा 18.38 लाख मेट्रिक टन थी जबकि उस समय भी पंजाब में धान खरीद 108.76 लाख मेट्रिक टन थी। यही स्थिति वर्ष 2020-21 में 4 मई तक की है जिसमे पश्चिम बंगाल में धान की खरीद की मात्रा 15.52 लाख मेट्रिक टन है जबकि इसी अवधि में पंजाब में धान खरीद की मात्रा 135.89 लाख मेट्रिक टन है। इस प्रकार पंजाब में धान खरीद पश्चिम बंगाल की तुलना में लगभग 9 गुणा अधिक है जबकि वर्ष 2019-20 में धान उत्पादन पश्चिम बंगाल में पंजाब की तुलना में 29,36,750 टन अधिक था।