जयपुर, 21 नवम्बर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रणथम्भौर सहित प्रदेश के टाइगर रिजर्व में वन्य जीव संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने तथा वन्य जीव संरक्षण एवं पर्यटन में संतुलन रखने पर जोर दिया।
गहलोत ने आज वन विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुएनिर्देश दिए कि फर्जी बुकिंग को सख्ती से रोका जाए। पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के समय बाघों के संरक्षण के लिए टाइगर प्रोजेक्ट जैसा सफल कार्यक्रम शुरू हुआ था।
उन्होने कहा कि राजस्थान के ही कैलाश सांखला को इसका पहला निदेशक बनाया गया था। इस सफल प्रोजेक्ट के कारण ही लुप्त हो रहे बाघों का देशभर में संरक्षण एवं संवर्धन संभव हो सका।