बैंककर्मियों ने हड़ताल पर रहकर जताया रोष


धौलपुर,31 जनवरी । भारतीय स्टेट बैंक शाखा कचहरी परिसर धौलपुर के समक्ष यूनाइटेड फॉरम ऑफ बैंक युनियंस के आह्वान पर हड़ताल कर धरना एवं प्रदर्शन का आयोजन किया गया। प्रदर्शन में सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंकों के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी हड़ताल पर रहे। धरने के दौरान एसबीआईएसए के संगठन सचिव अखिलेश कुमार गोला ने कहा कि हड़ताल कभी भी हमारा शौक़ नहीं रहा। परंतु इंडियन बैंक एसोशिएसन एवं भारत सरकार के अडिय़ल रवैये के कारण हम बैंकर्स को हड़ताल का रुख अख्तियार करना पड़ा। आईबीए ने वेतन समझौते को नवंबर 2017 से लंबित कर रखा है। जिसकी शुरुआत आईबीए ने दो प्रतिशत इंक्रीमेंट देकर की।


गोला ने कहा कि एक वो दौर था जब एक बैंक अधिकारी का  वेतन एक आईएएस अधिकारी के वेतन से अधिक था। परंतु वर्तमान समय मे स्थिति एकदम उलट है। आज 27 माह के उपरांत भी आईबीए 13.25 प्रतिशतका ऑफर दे रहा है, जो कि
काफी कम है। 


बैंक ऑफ बड़ोदा के प्रबंधक पिंटू परमार ने कहा वेतन समझौता शीघ्र एवं सम्मानजनक रूप से लागू किया जाए तथा पुरानी पेंशन स्कीम लागू की जाए। हड़ताली बैंक कर्मियों की मुख्य मांगों में शीघ्र एवं सम्मानजनक वेतन समझौता, पांच दिवसीय कार्य सप्ताह, नियमित कार्य समय निर्धारण, पुरानी पैंशन बहाली, रिटायडऱ् बैंक कर्मचारियों के लिये पैंशन रिवीजन समेत अन्य शामिल हैं।


आज के विरोध प्रदर्शन में सौरभ शर्मा, बैंक ऑफ इंडिया से गिरीश शर्मा, पंजाब नेशनल बैंक से आरपी वर्मा एवं भारतीय
स्टेट बैंक से अमित गुप्ता के साथ अन्य सभी बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी शामिल रहे। उधर,धौलपुर में हड़ताल के स्वरूप सभी बैंक बंद रहे, जिसके कारण लगभग दो सौ करोड़ रुपये का व्यवसाय प्रभावित हुआ। बैंकों की हडताल के कारण लोग खासे परेशान रहे।