बीकानेरBikaner , 30 जनवरी। कला एवं संस्कृति मंत्री डॉं. बी.डी. कल्ला ने कहा कि अपने विचारों को श्रेष्ठ बनाकर हम महात्मा गांधी के आदर्शों को साकार कर सकते । सत्य, अंहिसा व सदाचार को जीवन में अपना कर श्रेष्ठता को प्राप्त कर सकते है। महात्मा गांधी भी यही कहते है। उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ विचारों पर चलना हमारी परंपरा है।
डॉं. कल्ला बुधवार को बीकानेर में राजस्थान राज्य अभिलेखागार की ओर से आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का उदघाटन करते हुए बोल रहे थे। उन्होने कहा कि गांधीजी के सिद्धान्तों पर चल कर हम लोकतंत्र पर बढते खतरे को रोक कर संविधान के मूल्यों की रक्षा कर सकते है।
राजस्थान राज्य अभिलेखागार के निदेशक डॉं. महेन्द्र खड़गावत ने दो दिवसीय संगोष्ठी की महता बताते हुए स्वागत किया।
डॉं. खड़गावत ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार हर दौर में प्रासंगिक रहे है। उनके विचारों को अपनाकर हम आज और आने वाले कल को श्रेष्ठ स्वरूप दे सकते है।
इस मौके पर कला, साहित्य एवं संस्कृति विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती श्रेया गुहा ने कहा की हम श्रेष्ठ ओर आदर्श समाज की स्थापना के लिये महात्मा गांधी के विचारों पर चले। सकारात्मक बदलाव के लिये जरूरी हैं कि हम गांधी के सिद्धान्तों को आत्मसात करें।