जयपुर, 15 फरवरी। पर्यटन विभाग, जिला प्रशासन एवं जालोर विकास समिति के संयुक्त तत्वावधान में आगामी तीन दिवस चलने वाले जालोर महोत्सव का आगाज जालोर में रंग बिरंगे पारम्परिक परिधानों से सजे धजे पुरूष एवं महिलाओं, साफा पहनकर शोभा बढा रही बालिकाओ, तिरंगे गुब्बारों, सजे-धजे ऊँंटों, सिर पर कलश लिए बड़ी संख्या में नन्हीं बालिकाओं और मधुर स्वर लहर बिखेरते बैंड की धुन के साथ लूर गायन करती महिलाओं और ढ़ोल की थाप पर गैर करते गैरियों द्वारा शनिवार को जालोर की विभिन्न मुख्य मार्गो से गुजरती शोभा यात्रा के साथ हुआ।
शोभा यात्रा जालोर के विभिन्न मार्गो से गुजरी जहां पर जालोर वासियों ने पुष्प वर्षा कर शोभा यात्रा में सम्मिलित सभी गणमान्य नागरिकों का जोश और उत्साह के साथ स्वागत किया। शोभा यात्रा में ट्रेक्टर ट्रोलियों पर जालोर के सांस्कृतिक और ऎतिहासिक वैभव के साथ पर्यावरण, स्वच्छता, बेटी बचाओं, शिक्षा और साम्प्रदायिक सौहार्द को प्रदर्शित करती झांकिया भी सभी के आकर्षण का केन्द्र रही। शोभा यात्रा के स्टेडियम पहुँचने पर वहां पहले से मौजूद सैकड़ों की संख्या मे उपस्थित नागरिकों से इसका स्वागत किया।
जालोर के स्टेडियम और महोत्सव के मुख्य स्थल पर मुख्य अतिथि वन एवं पर्यावरण मंत्री राज्य मंत्री सुखराम विश्नोई ने ध्वजारोहण कर जालोर वासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जालोर महोत्सव के द्वारा जालोर की सांस्कृतिक और ऎतिहासिक ख्याति देश- विदेश में बढ़ी है। जिले में पर्यटन विकास की अतुल सम्भावनाएँ है और जालोर महोत्सव का भव्य और सुन्दर आयोजन जालोरवासियों के साथ ही बाहरी पर्यटकों को भी अपनी और आकर्षित करेगा।
उन्हाेंने कहा कि जालोर जिले के पर्यटक स्थलों के विकास के लिये राज्य सरकार के स्तर पर हर सम्भव सहयोग किया जायेगा। उन्होने कहा कि जालोर की जनता इन तीन दिवसीय कार्यक्रमों का उत्साह के साथ भरपूर आनंद लें।
जिला कलक्टर एवं जालोर विकास समिति के अध्यक्ष हिमांशु गुप्ता ने कहा कि जालोर महोत्सव 2020 को लेकर जालोर की जनता मे अपार उत्साह और उमंग है। जो आज शोभा यात्रा , महोत्सव स्थल और आयोजित होने वाले प्रत्येक कार्यक्रम मे नजर आ रहा है।
उन्होंने कहा कि यह एक अनोखा उत्सव है जो जालोर के हर उपखण्ड मुख्यालय पर पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। जालोर के प्रशासन, आमजन और जन प्रतिनिधियों का इस महोत्सव को लेकर मन से जुड़ाव वास्तव मे तारीफ के काबिल है। यह महोत्सव जालोर की प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मौका देता है।
इस अवसर पर जालोर विधायक जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि जालोर महोत्सव जालोर की जनता का अपना महोत्सव है। जालोर की जनता दिल से जुडाव के साथ इसमे शामिल होती है। जालोर महोत्सव मे आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रम मे जालोर की प्रतिभाएं अपना प्रदर्शन करेगी जिसे प्रोत्साहन के लिये सभी इस मेले मे अवश्य सहभागी बने। उन्होने जालोर के ऎतिहासिक दुर्ग के विकास की भी बात कही।
जालोर विकास समिति के सचिव मोहन पाराशर ने महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों पर संक्षिप्त में प्रकाश डाला तथा आयेाजन के लिये सहयोग करने वाले विभिन्न भामाशाहों का तहेदिल से धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि जालोर महोत्सव के दौरान स्टेडियम प्रांगण , बहुउद्देश्य हॉल और तोपखाना मे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।
उद्घाटन समारोह का प्रारम्भ गणपति वंदना के साथ हुआ। समारोह मे लोक संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए ‘‘केसरिया बालम पधारो म्हारे देश और कालियो कूद पड़यो मेला में ‘‘ पर नन्हीं बालिकाओं के बहुत ही सुन्दर और आकर्षक कालबेलिया नृत्य, पोलजी गेर नृत्य , देवासी समाज की गैर और घाणा बरवा की गैर और महिलाओं के लूर नृत्य द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में प्रवीण के निर्देशन पर सजे-धजे ऊँट द्वारा अपनी कला का बेहतरीन प्रदर्शन कर लोगों की वाहवाही बटोरी गई।
महोत्सव के समन्वयक हितेश प्रजापत ने बताया कि तीन दिवसीय समारोह मे जालोर सहित अन्य स्थानों से आये कलाकारों द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया जायेगा साथ ही मनोरंजन के लिये और खरीदारी के लिये विभिन्न स्टॉलें, झूलें और खाने-पीने की स्टॉले भी लगाई गई है।