जयपुर, 27 फरवरी। दिल्ली हिंसा में वीर गति प्राप्त करने वाले सीकर जिले के फतेहपुर तहसील के तिहावली मूलनिवासी दिल्ली पुलिस के जांबाज हैड कांस्टेबल रतनलाल का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में स्थित अंत्येष्टि स्थल पर हुआ।
शहीद के सात वर्षीय बेटे राम ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। शहीद रतनलाल की अंतिम यात्रा में तिहावली के अलावा डाबली, सदीनसर, फतेहपुर सहित आसपास के कई गांवों व झुंझुनूं तक के हजारों लोग शामिल हुए। शहीद की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शहीद रतनलाल अमर रहे, वंदेमातरम व भारत माता के गगनभेदी जयकारे लगाते हुए चल रहे थे।
अंत्येष्टि स्थल पर गार्ड ऑफ ऑनर के साथ हुए अंतिम संस्कार से पहले शहीद रतनलाल की र्पाथिव देह की अंतिम यात्रा घर से रवाना हुई तो शहीद की विरांगना पूनम व मां संतरा देवी सहित परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। उन्हें देखकर हर किसी की आंख वहां नम हो रही थी।
इस दौरान झुंझुनूं सांसद नरेन्द्र खीचड़, सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती, फतेहपुर विधायक हाकम अली, एडीएम जयप्रकाश, एडिशनल एसपी देवेंद्र शर्मा, उपखण्ड अधिकारी शीलावती मीणा सहित जनप्रतिनिधी, प्रशासनिक, पुलिस अधिकारी, ग्रामीणजन मौजूद रहें।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के गोकुलपुरी में सोमवार को सीएए के मुद्दे पर लोगों के बीच हिंसा हो गई थी जिसमें पुलिस हेडकांस्टेबल रतन लाल बीच-बचाव के लिए गए थे। इसी दौरान वह हिंसा का शिकार हो गए। घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां जवान ने दम तोड़ दिया था। उनका मंगलवार को पोस्टर्माटम के बाद शव दिल्ली में परिजनों को दिया गया जहां से बुधवार को प्रातः प्रार्थिव देह गांव तिहावली पहुंचा जहां शहीद का अंतिम संस्कार किया गया।