चंडीगढ, 29 फरवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज कहा कि प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा की आवश्यकता को देखते हुए हमने मैडिकल कॉलेजों में प्रवेश की सीटे बढाई और इस वर्ष 1710 विद्यार्थियों ने प्रदेश के मैडिकल कॉलेजों में दाखिला लिया है जबकि वर्ष 2014 में जब भाजपा सरकार बनी उस समय मैडिकल में दाखिले के लिए हर वर्ष 750 सीटें थी। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि वे मैडिकल में प्रवेश की सीटे 2500 प्रतिवर्ष तक ले जाना चाहते हैं।
मनोहर लाल आज गुरूग्राम जिला के गांव बुढेड़ा में स्थित एसजीटी युनिवर्सिटी के 7वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्यतिथि बोल रहे थे। उन्होंने दीप प्रज्जवलित करके इस समारोह का शुभारंभ किया। दीक्षांत समारोह में आज 172 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गई जिनमें 137 को एमबीबीएस, 21 को एमडी अथवा एमएस तथा 7 को पीएचडी की डिग्रियां शामिल थी। इनके अलावा, दो व्यक्तियों को मानद पीएचडी की डिग्री दी गई। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर विश्वविद्यालय की स्मारिका का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में चिकित्सा शिक्षा की बहुत आवश्यकता है। विश्व मानकों के अनुसार 1000 जनसंख्या पर एक चिकित्सक होना चाहिए। हरियाणा की कुल जनसंख्या लगभग 2.75 करोड़ है, इस लिहाज से यहां पर सरकारी अस्पतालों तथा निजी अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों को मिलाकर 27500 चिकित्सक होने चाहिए। वर्तमान में लगभग 13 हजार चिकित्सक ही हैं। प्रदेश में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए वर्तमान भाजपा सरकार ने चाहे पुराने मैडिकल कॉलेजों में सीटे बढाई या नए कॉलेज खोले, जिसके परिणामस्वरूप इस वर्ष मैडिकल की 1710 सीटें हो गई हैं जबकि पहले वर्ष 2014 में हर वर्ष 750 सीटें ही होती थी। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि वे मैडिकल में प्रवेश की सीटे 2500 प्रतिवर्ष तक ले जाना चाहते हैं।