भोपाल , 29 फरवरी I
नमस्ते ओरछा महोत्सव के दौरान ओरछा के प्राचीन स्मारक और मंदिर नये स्वरूप में पर्यटकों को आकर्षित करेंगे। नगर के लगभग पचास प्राचीन स्मारकों और मंदिरों को स्वच्छ और सुन्दर बनाने का कार्य किया गया है। ओरछा महोत्सव के तहत पूरे शहर को रामराजा मंदिर के रंग की तरह क्रीम सिटी बनाया गया है। ओरछा में मकान, दुकान और होटलों को क्रीम रंग में रंगा जा रहा है और सभी प्रतिष्ठानों पर एक ही तरह के बोर्ड लगाये जा रहे हैं। शहर के प्राचीन बागों का भी जीर्णोद्धार किया गया है।
राज्य सरकार ने जब ओरछा में महोत्सव की योजना तैयार की तो सबसे पहले यहाँ स्थित प्राचीन स्मारकों को सुन्दर बनाने के कार्य पर निर्णय लिया गया। ओरछा के प्राचीन स्मारक फिर से सज्जित और अलंकृत होकर नये स्वरूप में पर्यटकों के सामने आएंगे। महोत्सव के दौरान ओरछा की ऐतिहासिक गाथा थ्री-डी मेपिंग से जहाँगीर महल की दीवारों पर देखी जा सकेगी।
आम तौर पर स्मारकों पर घास, काई आदि जम जाने के कारण उनकी सुंदरता और भव्यता प्रभावित होती है। इसके साथ ही मूल निर्माण के समय दीवारों पर किए गए रंग के अनुकूल उन्हें सज्जित करने की चुनौती भी सामने आती है। पुरातत्व विशेषज्ञों के परामर्श के पश्चात स्मारकों के सुधार कार्य के लिये डेढ़ करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गयी। इससे 15 प्रमुख पुरातात्विक महत्व के स्मारकों को वास्तविक स्वरूप के अनुसार स्वच्छ और सुन्दर बनाने का कार्य किया गया।
ओरछा के ऐतिहासिक स्मारक राम राजा मंदिर, राजा महल, जहाँगीर महत्व, लक्ष्मी मंदिर, राय प्रवीण महल और बुंदेली शासकों की छतरियों की साफ-सफाई का कार्य भी हाथ में लिया गया। यह कार्य लगभग पूर्ण होने की स्थिति में है। चतुर्भुज मंदिर की रंगाई-पुताई और सफाई वैज्ञानिक पद्धति से करने का कार्य अंतिम चरण में है।
ओरछा में पुरा-स्मारकों को दृष्टव्य बनाने और पर्यटकों की सुविधा की दृष्टि से निखारने के लिये निर्धारित मानकों के अनुसार कार्य किया जा रहा है। ओरछा की पहचान बन चुके ये प्राचीन स्मारक पर्यटन की असीम संभावनाओं को साकार करेंगे।