अजमेर Ajmer ,21 अप्रेल । सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती Sufi Saint Hazrat Khwaja Moinuddin Hasan Chishti के वंशज एवं वंशानुगत सज्जादानशीन दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने देश के मुसलमानो से अपील करते हुए कहा की 25 /26 अप्रेल से शुरू होने जा रहे रमज़ान के मुबारक महीने मे लोग अपने घरों में ही तरावी पढ़े और सामूहिक रोज़ा इफ़्तार से बचे ।
दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख दरगाह दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने आज एक बयान जारी करते हुए देश के मुसलमानों से अपील की है की वह रमज़ान मे नमाज़ ख़ास तौर से तरावी के लिए मस्जिदो में ना जाकर अपने घरो मे ही पढ़े और घरो मे भी नमाज़ और तरावी के दौरान social distancing बनाए रखे ।और किसी भी हालत मे सामूहिक रोज़ा इफ़्तार ना करे ।अपने अपने घरो में रहकर ही इबादतें करे और इस मौलिक बीमारी से निजात पाने की दुआए करे ।
उन्होंने कहा की आज पूरा देश कोरोंना वाइरस की वबा से लड़ रहा है और केंद्र व राज्य सरकार हम सब को इस मौलिक बीमारी से बचाने का हर सम्भव प्रयास कर रही है । इस बीमारी से बचने का एक ही उपाए है की हम केंद्र और राज्य सरकार की advisory का सख़्ती से पालन करे और अपने अपने ज़िला प्रशासन का साहियोंग करे। किसी भी क़िस्म से सामुहिक रोज़ा इफ़्तार का आयोजन नहीं करे ,रोज़ा खोलते समय सिर्फ़ परिवार के लोग ही सही दुरी बनाते हुए रोज़ा खोले ।
दरगाह दीवान ने कहा की रोजो मे तरावी का एहतेमाम अपने अपने घरों में ही करे और उस मे भी कम से कम लोग ही जमात मे रहे हर माता पिता यह भी सुनिश्चित करे की रोजा इफ़्तार के बाद या रातों को उन के नौजवान बच्चे घरो में ही रहे किसी भी क़िस्म से सड़कों या बाज़ारो में ना निकले ।
दीवान ने कहा की रमज़ान एक मुबारक महीना है इस मे हम ज़यादा से ज़यादा अल्लाह की रहमत और गुनाहों से बख़्शीश हासिल कर सकते है इस लिए मे तमाम मुसलमानो से अपील
करता हूॅ की घरों में रह कर रोज़े नमाज़ की पाबंदी रखे और अल्लाह से दुआ करे की हम सब हमारा मुल्क़ इस मौलिक बीमारी से बचारहे ।
दरगाह दीवान ने कहा की हर मुसलमान रमज़ान के महीने मे अपनी ज़कात और फ़ितरा निकाल कर ग़रीबों को देता है आज समय की अतीयवश्यकता है की हम सब अपनी अपनी हैसीयत् के अनुसार ज़यादा से ज़यादा ग़रीबों ज़रूरत मंदो तक उस पैसे को पहुंचाए ताके उन को दो वक़्त की रोटी मिल सके ।
दरगाह दीवान ने देश की तमाम दरगाहो के सज्जादानशीन और वहा की इंतेजामियाँ को भी हिदायत दी है की केंद्र व राज्य सरकारों के दिशानिर्देशो की सख़्ती से पालना करते हुए वो देश मे अपने अपने प्रदेशों अपने शहरो में लोगों को रमज़ान मे नमाज़ व तरावि अपने घरो में पड़ने को कहे और कही भी सामूहिक रोज़ा इफ़्तार ना हो इस के लिए लोगों को जागरुक करे ।