नई दिल्ली New Delhi , 1 अप्रेल । लॉकडाउन की अवधि के दौरान अब तक पीओएसबी (डाक घर बचत बैंक) POSB (Post Office Savings Bank) के माध्यम से 34 लाख लेन-देन और आईपीपीबी (भारतीय डाक भुगतान बैंक) IPPB (Postage Bank of India) के माध्यम से 6.5 लाख लेन देन
लॉकडाउन की अवधि के दौरान 31.03.2020 तक डाकघरों में पीओएसबी (डाक घर बचत बैंक) के माध्यम से 34 लाख लेन-देन और आईपीपीबी (भारतीय डाक भुगतान बैंक) के माध्यम से 6.5 लाख लेन देन हुए।
स्पीड पोस्ट पंजीकृत पत्रों, पार्सल्स और मनी ऑर्डर्स सहित लगभग 2 लाख लेखादेय डाक प्रेषित की गई।
मोबाइल डाकघर आवश्यक डाक और वित्तीय सेवाएं प्रदान करने के लिए केरल, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और कुछ अन्य सर्कल्स में काम कर रहे हैं।इन मोबाइल डाकघरों के मार्ग आवश्यकताओं के आधार पर तय किए जाते हैं।
डाक विभाग विभिन्न संगठनों के अनुरोध के अनुसार वेंटिलेटर, कोविड -19 टेस्ट किट और अन्य चिकित्सा उपकरणों को भीकार्गो एयरलाइंस और स्वयं के मेल मोटर नेटवर्क का उपयोग करके देश भर में चयनित स्थानों से गंतव्यों तक पहुंचा रहा है। सर्कल्स इन सेवाओं की पेशकश करने के लिए राज्य के अधिकारियों के संपर्क में हैं। ओडिशा राज्य चिकित्सा निगम और गुजरात राज्य चिकित्सा निगम के लिए वेंटिलेटर पुडुचेरी सेडाक नेटवर्क के माध्यम से भेजे गए। ऑनलाइन दवा कंपनी netmeds.com और ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन ने भी महानगरों और कुछ अन्य स्थानों में दवा और आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी के लिए भारतीय डाक विभाग से संपर्क किया है।
तेलंगाना सर्कल ने मेडिकल किट्स के वितरण के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ समझौता किया है। गुजरात सर्कल ने भारतीय औषधि विनिर्माण संघ (आईडीएमए) के साथ साझेदारी के तहत सूरत, भरूच, वलसाड, राजकोट, जयपुर, पुणे और कोलकाता को चिकित्सा आपूर्ति और आवश्यक दवाओं की खेप पहुंचायी है।
कोलकाता से सिलीगुड़ी, रांची और पटना तक दवाएं सड़क परिवहन नेटवर्क द्वारा पहुंचायी गई है।
विधवाओं को लाभ के भुगतान से संबंधित गुजरात सरकार की गंगा स्वरूप योजना के लिएगुजरात सर्कल ने विधवा लाभार्थियों कोइस प्रकार के भुगतान सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में एक व्यापक तंत्र तैयार किया है। 4 लाख डाकघर बचत बैंक खातों में 51 करोड़ की राशि जमा की गई है और इसका संवितरण 3 अप्रैल से शुरू होगा। तेलंगाना सर्कल भी वृद्धों, दिव्यांगों और विधवा पेंशन लाभार्थियों के लिएराज्य सरकार की एएसएआरएसामाजिक सुरक्षा योजना के तहत 509 करोड़ रुपये की राशि का संवितरणकरेगा।
जरूरतमंदों तक खाद्य पदार्थ और सूखा राशन पहुंचाने में लॉजिस्टिक सहायता के लिए सर्कल विभिन्न जिला प्रशासनों और गैर सरकारी संगठनों के साथ साझेदारी कर रहे हैं।
सर्कलों ने नियंत्रण कक्ष के लिए पंचायत सचिव, टेलीमेडिसिन केंद्रों, ग्राम अधिकारियों और स्वास्थ्य निरीक्षकों जैसे सार्वजनिक प्रतिनिधियों और ग्राहकों के व्यक्तिगत अनुरोधों को पहुंचाने में तेजी लाने के लिएटेलीग्राम समूह और हेल्पलाइन नंबर बनाए हैं। विभाग अपने ट्विटर सेवा हैंडल पर प्राप्त हो रहे दवाओं और आवश्यक वस्तुओं के प्रेषित करनेसंबंधी अनुरोधों पर कार्य कर रहा है। इन अनुरोधों को शीघ्र पूरा करने और कम से कम समय के भीतर डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।