लाॅकडाउन एवं क्फर्यू की सख्ती से पालना हो - मुख्यमंत्री


जयपुर Rajasthan , 5 अप्रेल। मुख्यमंत्री  अशोक गहलोत ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य में लाॅकडाउन एवं क्फर्यू की सख्ती से पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए लोगों का घरों में रहना जरूरी है।


गहलोत रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए गृह विभाग एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ राज्य में लाॅकडाउन एवं क्फर्यू की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे विकट समय में पुलिसकर्मी सड़क पर खड़े रहकर मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रहे हैं। साथ ही अन्य व्यवस्थाओं तथा मानवीय कार्यों में भी सहयोग दे रहे हैं जो कि प्रशंसनीय है। 


इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस महामारी के रोगियों का उपचार कर रहे चिकित्सकों एवं स्क्रीनिंग कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों की पुख्ता सुरक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वाॅरियर्स को सुरक्षा प्रदान करना हम सभी की जिम्मेदारी है।


 गहलोत ने निर्देश दिए कि सोशल मीडिया तथा अन्य माध्यमों से फैलाई जा रही अफवाहों एवं गलत सूचनाओं पर पुलिस अधिकारी प्रभावी अंकुश लगाएं। ऐसा करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई अमल में लाएं। 
वीडियो कांफ्रंेस के दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह  राजीव स्वरूप, पुलिस महानिदेशक  भूपेन्द्र सिंह, महानिदेशक कानून-व्यवस्था  एमएल लाठर, एडीजी क्राइम  बीएल सोनी, एडीजी इंटेलीजेंस  उमेश मिश्रा, एडीजी एसओजी अनिल पालीवाल  वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को वस्तुस्थिति से अवगत कराया। 


अपनी-अपनी रेंज का दौरा कर लौटे प्रभारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशकों ने मुख्यमंत्री को लाॅकडाउन तथा कफ्र्यूग्रस्त इलाकों की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के विभिन्न जिलों के 34 थाना इलाकों में कफ्र्यू लगाया गया है। इसकी पूरी तरह पालना करवाई जा रही है। साथ ही सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाएं देने के मामलों में 50 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए हैं और 300 से अधिक लोगों पर कार्रवाई की गई है। 


कोर ग्रुप तथा क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप से चर्चा
 गहलोत ने कोर गु्रप तथा वार रूम के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी वीडियो कांफ्रेंस कर कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने आईसोलेशन, चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता, राशन एवं खाद्य सामग्री पहुंचाने, प्रवासी कामगारों के लिए बनाए गए शिविरों में आवश्यक व्यवस्थाओं, गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव आदि के बारे तमाम इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने फसल कटाई, मंडियों में कृषि जिंसों की खरीद-फरोख्त प्रारंभ करने आदि के बारे में चर्चा की।