मुख्यमंत्री की आपत्ति पर संज्ञान लेते तो यह स्थिति नहीं होती ।


जयपुर Jaipur , 23 अप्रेल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीPrime Minister Narendra Modi , राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा  रेपिड टेस्ट किट की गुणवत्ता वाली किट ही खरीदने की बात मान लेते तो आईसीएमआर की यह फजीहत नहीं होती । 
  राजस्थान सरकार ने रेपिड टेस्ट किट की आपूर्ति होने के साथ ही इसकी गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाते हुए इसकी गुणवत्ता की जांच करवाने का निर्णय किया । जब इस किट से की गई जांच लैब में 95 प्रतिशत गलत निकली । इसके साथ ही राजस्थान सरकार ने रेपिड टेस्ट किट से जांच करवाने पर रोक लगा दी ।


राजस्थान सरकार द्वारा इसकी सूचना आईसीएमआर को पत्र द्वारा देने के कुछ घटों के बाद  आईसीएमआर को  देशभर में रेपिड टेस्ट किट से जांच पर रोक लगाने के लिए मजबूर होना पडा ।


   मुख्यमंत्री अशोक गहलोत Chief Minister Ashok Gehlot  ने रेपिड टेस्ट किट Rapid Test Kit की जांच को संदिग्ध बताते हुए कहा कि भारत सरकार जो किट भेज रहीं है वह खराब है ।उन्होने कहा कि रेपिड टेस्ट किट मिलने पर हमने सोचा था कि कोरोना जांच अब तेजी से होगी लेकिन हुआ इससे उलट और जांच किट ही दोषपूर्ण साबित हुई ।


 मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से लडने के लिए वेंटीलेंटर,मेंडिकल उपकरण और टेस्टिंग किट भारत सरकार ही खरीद  कर राज्यों को उपल्बध करवाये ।
   


रेपिड टेस्ट किट की गुणवता की पोल उस समय खुल गयी जब राजस्थान सरकार ने आईसीएमआर से मिली करीब 30 हजार किट में से 170 से अधिक किट की जांच करवाई ।


राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा रघु शर्मा Medical and Health Minister Dr. Raghu Sharma ने कहा कि जांच में रेपिट टेस्ट किट की शुद्वता मात्र पांच प्रतिशत आने के बाद इस किट से जांच करवाने पर रोक लगा दी है । साथ ही करीब दो लाख किट खरीदने के आर्डर को भी निरस्त कर दिया है ।


   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा रेपिड टेस्ट किट की गुणवता पर जताये गये सन्देह पर उस समय ही अमल करते तो यह हालात नहीं होते साथ ही प्रदेश में जिस तेजी से संदिग्ध कोरोना की जांचे चल रहीं थी उसमे रूकावट नहीं आती । हालाकि राजस्थान सरकार ने रेपिड टेस्ट किट मिलने के साथ ही इसकी गुणवता को लेकर सन्देह था इसी वजह से शुरूआत में इसकी जांच करवायी गयी और उसमे ही पोल खुल गयी ।हरियाणा और पंजाब सरकार ने भी रेपिड टेस्ट किट पर रोक लगा दी है । 


    रेपिड टेस्ट किट की खराब गुणवता का पर्दापाश होते ही आईसीएमआर की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग गया है । आखिर इसके पीछे क्या गणित रहा ।


पूरे देश भर में जिन रेपिड टेस्ट किट को भेजा गया क्या उसकी आईसीएमआर ने परखा नहीं । जिम्मेदारी तो तय होनी ही चाहिए । जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई भी होनी चाहिए ताकि अगली बार कोई जिम्मेदार व्यक्ति इस तरह की हिमाकत नहीं कर सके ।