पटना, 28 अप्रैल :- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग एवं संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों के साथ ए0ई0एस0 एवं जे0ई0 की रोकथाम को लेकर किये जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की ।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि - आशा एवं ऑगनबाड़ी कर्मी घर-घर जाकर लोगों को यह जरूर बतायें कि ए0ई०एस० के लक्षण दिखने पर बच्चों को तुरंत अस्पताल ले जायें। बीमारी के संबंध में लोगों को जागरूक करना नितान्त आवश्यक। आशा एवं ऑगनबाड़ी कर्मी बच्चों के माता-पिता को बतायें कि बच्चों को रात में सोने से पहले खाना जरूर खिलाना है ।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 10 वर्षों में इन तीन वर्षों 2012, 2014 एवं 2019 में ए0ई0एस0 के ज्यादा मामले सामने आए। उनके आकलन के आधार पर ए0ई0एस0 से बचाव के लिए एस0ओ0पी0 बनाकर उसकी तैयारी की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुजफ्फरपुर में पी0आई0सी0यू0 शीघ्र प्रारंभ हो एवं संबंधित जिलों में पैडियाट्रिक वार्ड में पूर्ण तैयारी रखी जाय वायरल रिसर्च डायग्नोस्टिक लैब की सुविधा एस0के0एम0सी0एच0 के अतिरिक्त अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में भी स्थापित की जाय । अस्पतालों में चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी 2477 उपलब्ध रहें तथा अस्पतालों में पूर्ण साफ-सफाई एवं अन्य सुविधाओं पर विशेष निगरानी रखी जाय। एस0ओ0पी0 के अनुसार सारी व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिये ।