जयपुर, 30 अप्रैल ।केंद्र सरकार द्वारा आवश्यकता के अनुसार लॉकडाउन में एक के बाद एक दी जा रही छूट के कारण लोगों की मूलभूत जरूरतें पूरी हो रहीं हैं।
किराना, मेडिकल, स्टेशनरी, मोबाइल रिचार्ज, कूलर-पंखे, बिजली उपकरण की दुकानें और हाइ-वे पर मैकेनिक और ढाबे खुल जाने से अनेक लोगों को राहत मिली है।
ग्रामीण क्षेत्रों में फसल की कटाई-बुवाई, मंडियों में बिक्री और मनरेगा के काम शुरू होने से किसानों और जरूरतमन्द लोगों को काम-धंधा मिलने लगा है। प्रसार भारती संवाददाताओं के जरिये मिली रिपोर्ट के मुताबिक आम लोगों ने सरकार की ओर से दी जा रही छूट का स्वागत किया है। कर्फ़्यूग्रस्त इलाकों को छोड़कर बाकी क्षेत्रों में हल्की चहल-पहल फिर से शुरू हो गई है।
भरतपुर में कुछ दुकानें खोलने की अनुमति मिलने के बाद बाजार में चहल-पहल देखने को मिली। विद्यार्थियों की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए स्टेशनरी की दुकान खोलने के फैसले का सभी ने स्वागत किया है।
गर्मी से बचाव के लिए पंखे खरीदने और मोबाइल रिचार्ज करवाने के लिए भी लोग घरों से बाहर निकले। ऐसा लगा मानो जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है | दुकानदारों भी नियमों का पूरी तरह से पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग बनाए हुए हैं और मास्क पहनकर आने वालों को ही सामान दे रहें हैं।
सवाई माधोपुर जिले में बंबोरी निवासी श्रीलाल ने मॉडिफाइड लॉक डाउन में दुकानें खोलने के आदेश से मिली राहत के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया। उन्होंने बताया कि लॉक डाउन के चलते परिवार का गुजर-बसर करना मुश्किल हो गया था लेकिन सरकार के इस कदम से अब थोड़ी राहत मिली है।
श्रीलाल को गरीब कल्याण योजना के तहत निशुल्क गेहूं भी मिला जिससे उसे परिवार के पालन-पोषण में बड़ा सहारा मिला। सवाईमाधोपुर जिले के ही दौलाड़ा गांव निवासी मड्डू गुर्जर ने सरकार द्वारा समर्थन मूल्य खाद्यान्न की खरीद प्रारम्भ करने पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि चक चेनपुरा स्थित फल मंडी में समर्थन मूल्य पर सरकारी कांटे पर भारतीय खाद्य निगम द्वारा उसके गेहूं का अच्छा मूल्य दिये जाने से वह बहुत खुश है।
बून्दी शहर के कागजी देवरा निवासी रामप्यारी प्रजापत मटकी बेचने का कार्य करती है। सरकार द्वारा छूट देने पर वह अपना कार्य करने लगी है। वह मास्क लगाकर गली-गली घूमकर मटकी बेच रही है जिससे उसको आमदनी होने लगी है। इस दौरान वह सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रख रही है।
श्रीगंगानगर में भी लॉकडाउन में सरकार द्वारा दी गई छूट से आम आदमी को काफी राहत मिली है। मजदूर से लेकर दुकानदार वर्ग राहत पाकर काफी खुश है। प्रशासन द्वारा सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार पास जारी किए जा रहे हैं। गंगानगर जिला अभी तक ग्रीन बेल्ट में होने के कारण वहां धीरे-धीरे जनजीवन सामान्य हो रहा है।