जयपुर, 6 मई । अखिल राजस्थान सेवारथ चिकित्सक संघ :अरिस्दा: और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन :आरईएमए: ने चिकित्सकों के साथ दुव्यर्हार और काम में बाधा डालने वाले उपख्ंड अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने के विरोध में चिकित्सकों ने 8 मई को “ब्लैक फ़्राइडे” मनाने का ऐलान किया है ।
आईएमए के अध्यक्ष डा एम एन धरेजा और अरिस्दा के अध्यक्ष डा अजय चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को आज भेजे पत्र में यह जानकारी दी है ।
आईएमए और अरिस्दा के संयुक्त हस्ताक्षर से मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में कहा है कि अजमेर पुलिस अघीक्षक द्वारा जाँच हेतु मांगा गया 15 दिनों का समय उन्हें दिया गया जो आगामी 7मई को पूरा हो रहा हैं ,संघ आपके संज्ञान में यह लाना चाहेगा कि उक्त समय तक यदि दोषी एसडीएम के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही और एफआईआर दर्ज नहीं होती तो राज्य भर के सभी चिकित्सक आगामी "शुक्रवार-8 मई 20” को राज्य भर में अपने दुःख और पीड़ा का इज़हार करने के लिए “ब्लैक फ्राइडे' मनाएगे !
उन्होने कहा कि इसके उपरान्त भी सरकार कोई कार्यवाही नहीं करती है तो राजस्थान के सभी डाक्टर कुछ भी एक्सन लेते है तो उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी ।
गौरतलब है कि अजमेर में सीएमएचओ के कक्ष में गत 21 अप्रैल को एसडीएम अजमेर द्वारा कोरोना आपदा की ड्यूटी पर कार्यरत चिकित्सक के साथ हाथापाई करने ,मोबाइल छीन कर तोड़ने की धमकी देने और अभद्र व्यवहार करने की घटना को पुलिस अघीक्षक ने चिकित्सकों को 7 मई तक एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था । पुलिस अद्यीक्षक द्वारा अभी तक कार्रवाई नहीं करने से राज्य के चिकित्सक नाराज है ।