क्या निर्णय लेंगे,सबकी नजरे प्रधानमंत्री पर 


जयपुर,12 मई । देशभर की निगाहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आज रात आठ बजे देश के नाम सम्बोधन पर नजर टिकी हुई है ।
 


हर व्यक्ति अपने अपने ढंग से लाकॅडाउन को लेकर राय व्यक्त कर रहे है । कोई लाकॅडाउन को जारी रखने के बारे में अपने विचार व्यक्त कर रहे है ओर कोई लाकडाउन समाप्त करने या कुछ विशेष इलाकों जहां कोरोना फैला हुआ है को छोडकर लाकॅडाउन हटाने की वकालत करते हुए नजर आ रहे है ।
 


बुजुर्ग लोगों जिनमें महिलाओं की संख्या अधिक है ,हालाकि चिकित्सकों के अनुसार बुजुर्गो को जिनकी आयु 65 साल से अधिक है पर कोरोना का ज्यादा असर होने की संभावना है , जो कि धार्मिक स्थलों को खोलने की बाते कर रहे है । इन लोगों का कहना है जिस तरह से सोशल डिस्टर्स अन्य इलाकों में भी रखने के मापदंड तय कर लाकडाउन हटाया है उसी तर्ज पर धार्मिक स्थलों को भी छूट देनी चाहिए ।
 


मिठाई कारोबार विशेष तौर से दूध से मिठाईयां बनाने वाले कारोबारी लाकॅडाउन में परचूनी की दूकानों की तर्ज पर छूट देने की बात कर रहे है ।
 


लेकिन अधिकांश लोगों का जिनमें हर आयु के लोग शामिल है , का कहना है कि लाकॅडाउन को एक बार ओर बढाना चाहिए , जिससे देश पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो सके । इन लोगों का कहना है कि अभी हर कोई लाकॅडाउन का आदी हो चुका है , इसमें बढोतरी होती है तो ज्यादा असर नहीं पडेगा लेकिन लाकडाउन हटाने के बाद यदि कोरोना ने पांव पसारे तो फिर उस पर काबू पाने में कठिनाई होगी । लोग अपने अपने तरह से सोच रहे है।श्रमिकों को लेकर क्या होगा इस पर भी सबकी निगाहे है ।  लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाकॅडाउन को क्या निर्णय लेंगे , लोग बेताबी से प्रतीक्षा कर रहे है ।