राजस्थान का परिदृश्य बदल रहा है।मुख्यमंत्री


जयपुर, 9 अक्टूबर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान का परिदृश्य बदल रहा है। राज्य सरकार द्वारा लाई गई नई नीतियों एवं सुधारों से प्रदेश में निवेश के अनुकुल माहौल बना है, साथ ही निवेशकों में विश्वास पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि नए उद्यम लगने से रोजगार के अवसर पैदा होंगे और विकास के नये आयाम स्थापित होंगे। 



 
गहलोत ने कल मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से रीको के 17 औद्यागिक क्षेत्रों के शिलान्यास एवं 6 औद्योगिक क्षेत्रों के लोकार्पण का अवसर पर सम्बोधित कर रहे थे। इन क्षेत्रों के विकास से प्रदेश में 4 हजार 22 करोड़ रूपये का निवेश आने की सम्भावना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि एक साथ 23 औद्योगिक क्षेत्रों के विकास से निवेशक यहां निवेश के लिए आकर्षित होंगे। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी उपखण्ड स्तर पर रीको औद्योगिक क्षेत्र विकसित करें ताकि और अधिक उद्यमी यहां निवेश के लिए आएं। उन्होंने पिछड़े क्षेत्रों में सुविधाओं के विकास पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों के लिए अलग से औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की सम्भावनाएं तलाशी जाएं ताकि कोरोना संक्रमण के इस दौर में जिन प्रवासियों के उद्योग-धन्धे प्रभावित हुए हैं, उन्हें राहत दी जा सके। उन्होंने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों का प्रदेश से अटूट रिश्ता है। ऐसे में, राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि उनकी परेशानियों को समझकर उन्हें दूर करने का प्रयास करें। 
गहलोत ने कहा कि प्रदेश में उद्यमियों की सुविधा एवं निवेश की राह आसान करने के लिए नया एमएसएमई एक्ट लाया गया है। 
   गहलोत ने कहा कि एमएसएमई एक्ट 3 साल तक उद्यमियों को किसी भी स्वीकृति की जरूरत नहीं होती है और इससे उद्यम लगाना आसान हो गया है।


 उन्होंने कहा कि नई औद्योगिक नीति में उद्यमियों को कई तरह की छूट दी गई हैं ताकि प्रदेश में निवेश बढ़ सके। उन्होंने कहा कि वन स्टाॅप शाॅप योजना, सिंगल विण्डो एक्ट में सुधार के साथ ही राज्य सरकार द्वारा उठाए गए अन्य कदमों एवं नीतियों से प्रदेश में निवेश की राह आसान होगी, अर्थव्यवस्था में गति आएगी और साथ ही युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।