किसानों का शाहजहांपुर बॉर्डर पर धरना जारी

 शाहजहांपुर बॉर्डर 16 दिसम्बर ;संयुक्त किसान मोर्चे के नेतृत्व में और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC) के आह्वान पर राजस्थान, हरियाणा, गुजरात से पहुंचे हजारों किसान शाहजहांपुर बॉर्डर पर आंदोलित हैं। पिछले 4 दिनों से किसान जयपुर-दिल्ली हाईवे की शाहजहांपुर सीमा पर बैठे हुए हैं।

 किसान दिल्ली की ओर कूच करना चाहते हैं, लेकिन हरियाणा पुलिस ने भारी बैरिकेडिंग कर किसानों को सीमा पर ही रोका हुआ है, जिसके कारण जयपुर-दिल्ली हाईवे चार दिन से जाम है।

सीमा पर बैठे आंदोलित किसानों का काफिला लगातार बढ़ता जा रहा है और राजस्थान व हरियाणा के सभी इलाकों से किसान शाहजहांपुर बॉर्डर पर बने किसान मोर्चे की ओर कूच कर रहे हैं। राजस्थान के कोटा, झुंझनु, सीकर, चुरू, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ से किसान अपने दर्जर्नों ट्रेक्टर ट्रालियों के साथ पहुंच रहे हैं।

आंदोलित किसानों को सभी सामाजिक वर्गों का समर्थन मिल रहा है। आज शाहजहांपुर मोर्चे पर श्रीगंगानगर,गुरुद्वारा बुड्ढा जोहङ,कोटा शहर से गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने किसानों के लिए लंगर (खाने-पीने) की व्यवस्था कर दी है। इसके अलावा आसपास के गांव से लोग दूध, सब्जी, लस्सी, चीनी, अनाज जैसी खाद्य सामग्री भी पहुंचाकर गए हैं और आसपास के गांव की पंचायतों ने हर रोज खाद्य सामग्री पहुंचााने का वादा भी किया है।

देश भर के किसान तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। कारपोरेट हितों के साथ खड़ी केन्द्र सरकार के विभाजनकारी तथा भटकाने वाली नीति का मुकाबला करते हुए किसान संघर्ष बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

, दिल्ली में संघर्ष का आज बीसवां दिन है। लाखों किसान (पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश ) दिल्ली में जाने वाले राजमार्गों पर दिल्ली को घेरकर बैठे हुए हैं और तीनों कृषि कानूनों को वापिस करवाने के लिए सड़कों पर शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलित हैं।

रणजीत राजू, रामसिंह, बिजेंद्र बिल्लू, भगीरथ यादव, हरफूल सिंह, मोतीलाल शर्मा, किशन पारीक, बलदेव सिंह, सुरेंद्र मेहता, एसपी सिंह, ज्ञान सिंह, राकेश, बस्तीलाल, संतोष देशवाल, रेखा जांगिड़, गुरप्रीत पाड़ा, राजा हेयर, प्रेम सिंह, सुखजीत सिंह, वीरेंद्र सिंह, हरविंदर सिंह, रामचंद्र सुंडा, फूलचंद ढेवा और गुरविंदर सिंह सिंधु ने  किसानों की सभा को आज  संबोधित किया।सभा का संचालन डॉ.संजय माधव ने किया