आंदोलन को ओर तेज किया जाए।

 शाहजहांपुर बॉर्डर 22 दिसम्बर ;  तीन  कृषि कानूनों के खिलाफ राजस्थान, हरियाणा, गुजरात के किसान हरियाणा-राजस्थान की शाहजहांपुर सीमा पर पिछले 10 दिन से डटे हुए हैं।

किसान सभा में वक्ताओं ने कहा कि आप जानते हैं, दिल्ली के चारों तरफ और देश भर में किसानों का संघर्ष जारी है और सभी वर्गों के लोगों के सक्रिय समर्थन से आंदोलन व्यापक रूप लेता जा रहा है। सभी किसान संगठनों ने 3 किसान विरोधी कृषि कानूनों और बिजली (संशोधन) विधेयक 2020 को निरस्त करने की मुख्य मांग तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प दौहराया है और उत्पादन की पूरी लागत का डेढ़ गुना एमएसपी प्रदान करने के लिए कानूनी उपाय भी सुनिश्चित किए जाने की मांग की हैं।मोदी सरकार ने अब बहु प्रचारक अभियान शुरू किया है जिसमें संघर्षरत किसानों की एकता को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का अभियान चलाया गया है। इसलिए, किसान संघर्ष को ओर मजबूत करने के लिए अत्यावश्यक हो गया है कि मजदूर, किसान और मेहनतकश लोगों के अन्य सभी वर्गों के साथ मौजूदा आंदोलन को ओर तेज किया जाए।


वक्ताओं ने  कहा कि हमें इस संघर्ष को देश भर के कॉरपोरेट ताकतों के खिलाफ एक जन आंदोलन की नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। इस संबंध में दिल्ली चलो- संयुक्ता किसान मोर्चा ने अंबानी-अडानी कॉर्पोरेट उत्पादों और सेवाओं का बहिष्कार करने की अपील की है जिसमें जियो मोबाइल सेवा, रिलायंस पेट्रोल पंप और अदानी खाद्य उत्पाद आदि शामिल हैं। हम सभी वर्गों, प्रगतिशील और लोकतांत्रिक संगठनों और प्लेटफार्मों से इनके बहिष्कार की अपील करते है।