नई दिल्ली 23 दिसम्बर विश्व स्तर पर प्रशंसित आई॰एच॰जी॰एफ़॰ दिल्ली मेला - वसंत 2021 भौतिक रूप में इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में 13 से 17 मार्च, 2021 तक अपने 51 वें संस्करण की ओर बढ़ रहा है।
डॉ॰ राकेश कुमार, महानिदेशक-ईपीसीएच ने कहा कि हालांकि, भारत में COVID मामलों में भारी गिरावट आई है, लेकिन यू॰के॰ में हालिया विकास के कारण वास्तव में आई॰एच॰जी॰एफ़॰ दिल्ली मेले की तैयारी की समीक्षा करने का दबाव है।
डॉ॰ राकेश कुमार, महानिदेशक-ईपीसीएच ने बताया कि COVID-19 के संबंध में टीकाकरण कई विदेशी देशों में पूरे जोर-शोर से शुरू हो गया है और इस पहल के साथ, भारत सहित पूरी दुनिया को फायदा होने वाला है और हमें सामान्य व्यावसायिक गतिविधियों के फिर से शुरू होने की उम्मीद है। आगे विस्तार से बताते हुए, उन्होंने कहा कि हस्तकला निर्यातक बिरादरी हमारी प्रमुख विपणन पहल यानी, 13-17 मार्च, 2021 तक इंडिया एक्सपो सेंटर, ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाले आई॰जी॰एच॰एफ़॰ दिल्ली मेला-वसंत 2021 को लेकर चिंतित है, COVID वैक्सीन एक सकारात्मक संकेत है।
डॉ॰ राकेश कुमार, महानिदेशक-ईपीसीएच ने आगे सूचित किया कि आई॰जी॰एच॰एफ़॰ दिल्ली मेला-वसंत 2021 के लिए आवेदन फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि जो कि वर्तमान में 31 दिसंबर, 2020 है, अब इसे बढ़ाकर 15 जनवरी, 2021 कर दिया गया है।
राकेश कुमार, महानिदेशक-ईपीसीएच ने जानकारी दी कि 2019-20 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 25,270.14 करोड़ रुपए था और पहले छह महीने यानी अप्रैल-सितंबर 2020-21 के दौरान 9976.13 करोड़ रुपए और 1327.74 मिलियन अमरीकी डॉलर रहा है।