प्रधानमंत्री हठ छोड़ें कृषि कानून तुरन्त वापिस ले


 

जयपुर,20 दिसम्बर । पीपुल्स यूनियन फ़ॉर सिविल लिबर्टीज की राजस्थान इकाई ने आज  सभी जन संगठनों के आह्वान पर किसान आंदोलन में मारे गए 25 किसानों की मौत पर शोक व्यक्त किया तथा उनके परिवारों व संघर्ष के साथियों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

 

पीपुल्स यूनियन फ़ॉर सिविल लिबर्टीज ने कहा कि यह अत्यंत खेदजनक व पीड़ादायी है कि दो दर्जन  से अधिक किसानों की दर्दनाक मृत्यु के बाद भी केंद्र सरकार आंदोलन के प्रति निष्ठुर बनी हुई है। देश के लाखों किसान कड़कड़ाती सर्दी में भी सड़कों पर रहकर दिन रात संघर्ष कर रहे हैं और एक लोकतांत्रिक सरकार उनके साथ तानाशाहों जैसा व्यवहार कर रही है।

 

पी यू सी एल ने प्रधानमंत्री  से मांग की कि वे हठधर्मिता छोड़ें और तीनों कृषि  बिलों को निरस्त करने की घोषणा करें। संस्था ने मांग की है कि किसानों की स्थिति पर विचार करने के लिए संसद का तुरन्त अधिवेशन बुलाया जाए और भविष्य के लिए भी नीति निर्माण  की जाए। कृषि के लिए न्यूनतम संतान मूल्य की व्यवस्था धान के अतिरिक्त अन्य फसलों पर भी लागू की जानी चाहिए ताकि किसानों को उनकी मेहनत व लागत का सही दाम मिल सके।