जयपुर-दिल्ली हाईवे सात दिन से जाम

 


शाहजहांपुर बॉर्डर 19 दिसम्बर;  संयुक्त किसान मोर्चे और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के संयुक्त बैनर तले हजारों किसान शाहजहांपुर बॉर्डर पर पिछले सात दिन से जयपुर-दिल्ली हाईवे की शाहजहांपुर सीमा पर बैठे हुए हैं क्योंकि हरियाणा पुलिस ने भारी बैरिकेडिंग कर किसानों को सीमा पर ही रोका हुआ है, जिसके कारण जयपुर-दिल्ली हाईवे सात दिन से जाम है।

धरनास्थल पर किसान नेता वीजू कृष्णन, रणजीत सिंह राजू, बलवान पूनिया, योगेंद्र यादव, कॉ.अमराराम, का.फूलचंद ढेवा, पुरुषोत्तम परमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेताओं ने बताया कि, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कल मध्यप्रदेश के किसानों के लिए दिया गया भाषण विशुद्ध झूठ व निराधार दावों से भरा हुआ था। लाखों किसान अब दिल्ली के चारों तरफ सड़कों पर हैं और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए भीषण ठंड और भाजपा सरकार के उत्पीड़न और दमन को झेल रहे हैं।" उनकी एकमात्र मांग यह है कि "किसान-विरोधी तीनों कृषि कानूनों को तुरंत रद्द करें।"

किसान नेताओं ने कल  20 दिसंबर को इस आंदोलन में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए देश के हर गांव-शहर में श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित करने का फैसला किया है।

किसान नेताओं ने बताया कि पूरे देश में श्रमिक, बुद्धिजीवी, छात्र, युवा, महिलाएं समेत समाज का प्रत्येक वर्ग आज हमारे आंदोलन के हमारे साथ खड़ा है और विभिन्न तरीकों से इस संघर्ष का समर्थन कर रहे हैं।  मोदी सरकार इस राष्ट्रीय जनांदोलन को अनदेखा करने की कुचेष्टा कर रही है।किसानों की कठिनाइयों पर ध्यान नहीं दे रही है।उसे देश के किसान की कोई परवाह नहीं है। भाजपा-आरएसएस और मोदी सरकार को यह गलतफहमी है कि वह आंदोलन को कुचलने, तोङने और विफल करने में सफल हो जायेगी। परंतु देश के किसानों का दृढ़तापूर्वक संकल्प है कि इस बार देश के संघर्षशील किसान उन्हें एक अच्छा सबक सिखाएंगे और सरकार को झुकने के लिए मजबूर करेंगे।"
आंदोलित किसानों ने आज अपने मोर्चे पर काकोरी कांड के चार महानायकों राजेंद्र नाथ लाहिड़ी, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान व रोशन सिंह के 93 वें बलिदान दिवस पर श्रद्धाजंलि अर्पित की। इस दौरान किसानों ने सभा स्थल पर शहीदों के सम्मान में शाम को 7.00बजे कैंडिल मार्च भी निकाला।

सीमा पर बैठे आंदोलित किसानों का काफिला लगातार बढ़ता जा रहा है और राजस्थान व हरियाणा के सभी इलाकों से किसान शाहजहांपुर-खेङा बॉर्डर पर बने किसान मोर्चे की ओर कूच कर रहे हैं।आज राजस्थान के सीकर,  श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ से किसान अपने दर्जर्नों ट्रेक्टर ट्रालियों के साथ पहुंचें हैं।आंदोलित किसानों को सभी सामाजिक वर्गों का समर्थन मिल रहा है। आज शाहजहांपुर मोर्चे पर  आसपास के गांव से लोग दूध, सब्जी, लस्सी, चीनी, अनाज जैसी खाद्य सामग्री भी पहुंचाकर गए हैं।किसानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए फूडग्रेन मर्चेंट्स एसोसिएशन, हनुमानगढ़ का एक प्रतिनिधि मण्डल धरना स्थल पर पहुंच कर तण-मन-धन से समर्थन का विश्वास दिलाया।