कंपनियों पर रहेगी नजर

 



जयपुर,12 जनवरी ।। प्रमुख शासन सचिव माइन्स एवं पेट्रोलियम  अजिताभ शर्मा ने कहा है कि राज्य में पाइप लाईन के माध्यम से गैस आपूर्ति व्यवस्था के लिए आधारभूत संरचना व वितरण कार्य में लगी कंपनियों के साथ प्रभावी मोनेटरिंग व समन्वय स्थापित किया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि इस समय राज्य के 19 जिलों में अलग-अलग कंपनियां इस कार्य को कर रही है। राजस्थान स्टेट गैस लि. कोटा के साथ ही मध्यप्रदेश के ग्वालियर व श्योपुर में शहरी गैस वितरण नेटवर्क विकसित करने में जुटी है।

प्रमुख शासन सचिव माइंस व राजस्थान स्टेट गैस लि. के चेयरमेन अजिताभ शर्मा  सचिवालय में राजस्थान गैस लि. और गैल इण्डिया लि. गैल के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पीएनजी और सीएनजी वितरण नेटवर्क विकसित होने से लागत में कमी व निर्बाध गैस आपूर्ति संभव होने के साथ ही वायु प्रदूषण को भी कम किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस कार्य को गति देने के लिए जल्दी ही राज्य स्तर पर सभी कंपनियों की बैठक आयोजित कर उनके कार्य की प्रगति के साथ ही समय सीमा में कार्य पूरा करने पर बल दिया जाएगा।

शर्मा ने बताया कि शहरों में प्राकृतिक गैस के पाइप लाईन के माध्यम से वितरण के लिए आधारभूत ढांचा तैयार करने के लिए केन्द्र सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड द्वारा प्रदेश के 19 जिलोें के लिए विभिन्न कंपनियों को अधिकृत किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तोडगढ़, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, जैसलमेर, जालौर, जोधपुर, कोटा, पाली, राजसमंद, सिरोही और उदयपुर में अलग अलग कंपनियां यह कार्य कर रही है।

आरएसजीएल के एमडी मोहन सिंह ने बताया कि आरएसजीएल द्वारा अलवर के निमराना में मदर स्टेशन से उद्योगों व वाहनों को और जयपुर के कूकस में डाॅटर बूस्टर स्टेशन स्थापित कर वाहनों को सीएनजी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि आरएसजीएल द्वारा मध्यप्रदेश के ग्वालियर और श्योपुर में भी शहरी गैस वितरण व्यवस्था का नेटवर्क विकसित करने का काम जारी है। उन्होंने बताया कि दोनों ही स्थानों पर एक-एक सीएनजी स्टेशन की स्थापना की जा चुकी है।

आरएसजीएल द्वारा कोटा शहर में शहरी गैस वितरण व्यवस्था पर कार्य करते हुए कोटा शहर में 7 सीएनजी स्टेशनों की स्थापना कर 14 हजार 500 घरों तक पाइपलाईन से घरेलू गैस के कनेक्शन जारी कर दिए गए है। 

गैल के कार्यकारी निदेशक रवि अग्रवाल ने बताया कि राज्य में गैल द्वारा करीब 600 किलोमीटर गैस लाईन ड़ाली हुई है वहीं भिवाडी-नीमराना आदि में उद्योगों को पीएनजी-सीएनजी गैस की आपूर्ति की जा रही है।

बैठक में संयुक्त सचिव माइंस  ओम कसेरा, उप सचिव श्रीमती नीतू बारुपाल, आरएसजीएल के उपमहाप्रबंधकशैलेष सुनागर, गैल जयपुर के महाप्रबंधक  जयदीप निगम, मुख्य प्रबंधक निष्पक्ष वशिष्ठ व अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।