वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं है। टीका उत्सव कैसे मनाया जा सकता है? मुख्यमंत्री

 


जयपुर Jaipr , 10 अप्रेल । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत Chief Minister Ashok Gehlotने कहा प्रधानमंत्री Prime Minister ने 11 अप्रेल को ज्योतिबा फुले जयंती से 14 अप्रेल को आंबेडकर जयंती तक 'टीका उत्सव' मनाने का आह्वान किया है लेकिन राज्यों में वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं है। ऐसे में टीका उत्सव कैसे मनाया जा सकता है? 

 गहलोत ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री  अमित शाह एवं रविशंकर प्रसाद Union Ministers Amit Shah and Ravi Shankar Prasadद्वारा दिया गया राज्यों में वैक्सीन की कमी ना होने का बयान भी तथ्यात्मक रूप से पूर्णत: गलत है।

 गहलोत ने कहा कि  राजस्थान कोरोना Corona  प्रबंधन एवं वैक्सीनेशन Vaccinationमें शुरुआत से अग्रणी रहा है। 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का वैक्सीनेशन करने में राजस्थान सभी राज्यों में सबसे आगे है।

6 अप्रेल तक केंद्र सरकार से राजस्थान को 1,07,40,860 कोविड वैक्सीन डोजेज प्राप्त हुईं। इनमें से 2,15,180 वैक्सीन सेना को उपलब्ध करवाई गईं हैं।

  उन्होने कहा कि 8 अप्रेल तक 91,55,370 डोजेज लगा दी गईं हैं। करीब 4,34,888 डोजेज खराब हुईं जो केन्द्र सरकार द्वारा अनुमत सीमा 10% के आधे से भी कम है। 9 अप्रेल की सुबह प्रदेश में करीब 9.70 लाख वैक्सीन डोजेज शेष थीं।

 गहलोत ने कहा कि प्रदेश में 8 अप्रेल 4.65 लाख, 7 अप्रेल को 5.81 लाख, 6 अप्रेल को 4.8 लाख एवं 5 अप्रेल को 5.4 लाख वैक्सीन डोजेज लगाई गईं। 9 अप्रेल की सुबह प्रदेश में करीब 9.70 लाख वैक्सीन डोजेज शेष थीं। प्रतिदिन करीब 5.18 लाख वैक्सीन औसतन राजस्थान में लगाई जा रही हैं। आज का वैक्सीनेशन का कार्य पूरा होने के बाद प्रदेश में करीब 5 लाख वैक्सीन डोजेज ही बची हैं जो आगे वैक्सीनेशन के लिए अपर्याप्त हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार ने वैक्सीन की 3.83 लाख डोजेज की अगली खेप 12 अप्रेल को आना प्रस्तावित है। इस कारण राजस्थान में कल कई जिलों में वैक्सीनेशन का कार्य बंद करना पड़ेगा। 3.83 लाख डोजेज से भी एक दिन से अधिक वैक्सीनेशन नहीं किया जा सकेगा। 

मुख्यमंत्री ने टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि  8 अप्रेल को आंध्र प्रदेश में 1.2 दिन, बिहार में 1.6 दिन, उत्तर प्रदेश में 2.5 दिन, उत्तराखंड में 2.9 दिन, उडीसा में 3.2 दिन, मध्य प्रदेश में 3.5 दिन और महाराष्ट्र में 3.8 दिन की डोजेज ही शेष थी।

कई राज्यों से आज वैक्सीनेशन केन्द्रों पर वैक्सीन उपलब्ध ना होने की तस्वीरें भी सामने आई हैं। ऐसे में केन्द्र सरकार को स्पष्ट तौर पर वैक्सीन की कमी होने की बात सार्वजनिक तौर पर कहनी चाहिए। 

   गहलोत ने कहा कि वैक्सीनेशन के कार्य में कोई राजनीति नहीं की जा रही है लेकिन तथ्यों से स्पष्ट है कि अनेक राज्यों में वैक्सीन की कमी है। केन्द्र सरकार को सार्वजनिक तौर पर वैक्सीन डोजेज की स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।