ईशा अग्रवाल की विश्व में सातवीं रैंक

  


 




जयपुर ,19 अप्रैल : आईआईएस डीम्ड विश्वविद्यालय की बी कॉम ऑनर्स एप्लाईड अकाउंटिंग एंड फाइनेंस जो कि एसीसीए (एसोसिएशन ऑफ चारटर्ड सर्टीफाइड अकाउंटेंट्स) से मान्यता प्राप्त प्रोग्राम है, की छात्रा ईशा अग्रवाल हाल ही में आए एसीसीए परीक्षा परिणामों में रैंक होल्डर बनी हैं।

 


एसीसीए, अकाउंटिंग एवं फाइनेंस की ग्लोबल क्वालिफिकेशन है। इस योग्यता को प्राप्त करने के लिए अभ्यर्ती को 13 परीक्षाओं का उत्तीर्ण करना पड़ता है। यह परीक्षाएं वैश्विक स्तर पर आयोजित की जाती हैं एवं परिणाम भी उसी स्तर पर घोषित होते हैं। इसी के अंतर्गत विश्वविद्यालय की छात्रा ईशा अग्रवाल को एसीसीए के एडवांस्ड ऑडिट एंड एश्योरेंस पेपर में राष्ट्रीय स्तर पर दूसरी रैंक हासिल हुई है वहीं पूरे विश्व में इनकी सातवीं रैंक है।

 

विश्वविद्यालय में एसीसीए प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ महिमा राय ने बताया कि इस प्रोग्राम में 13 पेपर होते हैं जिसमें से एडवांस्ड ऑडिट एंड एश्योरेंस ईशा का बारहवां पेपर था जिसमें ईशा न केवल पास हुईं हैं बल्कि राजस्थान से पहली छात्रा बनीं हैं जिन्होंने वैश्विक स्तर पर सातवीं रैंक हासिल की हैं। डॉ महिमा ने बताया कि इसी वर्ष ही तेरहवां पेपर सफलतापूर्वक पूरा करते ही ईशा एसीसीए अफिलिएट हो जाएंगी।

 

अप्रैल 2014 में आई आई एस विश्वविद्यालय एवं एसोसिएशन ऑफ चारटर्ड सर्टिफाइड एकाउंटेंट्स (Association of Chartered Certified Accountants) के बीच मेमोरेन्डम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर हुए थे। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय की छात्राओं को वैश्विक स्तर की शिक्षा प्रदान करना था। एसोसिएशन ऑफ चारटर्ड सर्टिफाइड एकाउंटेंट्स, प्रोफेशनल एकाउंटेंट्स का एक ऐसा संगठन है जो छात्र-छात्राओं को अकाउंटेन्सी, फाइनेंस एवं मैनेजमेंट जैसे क्षेत्र में न सिर्फ वैश्विक स्तर की शिक्षा मुहैया कराता है बल्कि उन्हें विश्व के किसी भी कोने में रोज़गार दिलाने में भी सक्षम हैं।

 

इसी तर्ज पर विश्वविद्यालय में यह प्रोग्राम पिछले सात सालों से सफलतापूर्वक चल रहा है जिसमें अच्छे परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। अभी तक विश्वविद्यालय के 03 बैच सफलतापूर्वक पास आउट हो चुके है एवं 13 छात्राएं एसीसीए अफिलिएट बन चुकी हैं। इसी के साथ ही विश्वविद्यालय की एसीसीए प्रोग्राम की छात्राएं अर्नस्ट एंड यंग, केपीएमजी, क्यूएक्स लिमिटेड, आईबीएम जैसी कम्पनियों में काम कर रही हैं।