जैव-प्रौद्योगिकी को तेजी से उभरने वाला क्षेत्र

नयी दिल्ली, 23 नवम्बर । जैव-प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव एवं बीआईआरएसी की चेयरपर्सन डॉ रेणु स्वरूप ने कहा कि जीबीआई को एक वार्षिक कार्यक्रम में बदलने की योजना बना रहा है।



उन्होने आज समापन के मौके पर कहा कि जैव-प्रौद्योगिकी को तेजी से उभरने वाला क्षेत्र माना गया है जो 2025 तक भारत की अर्थव्‍यवस्‍था को 5 ट्रिलियन के लक्ष्य तक पहुंचाने में उल्‍लेखनीय योगदान कर सकता है।


इस सम्मेलन ने जैव-औषधि, जैव-कृषि, जैव-औद्योगिक, जैव-ऊर्जा और जैव-सेवाएं एवं संबद्ध क्षेत्रों की प्रमुख चुनौतियों पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भारत के जैव-प्रौद्योगिकी क्षेत्र की क्षमता को प्रदर्शित करने, पहचान बनाने, अवसरों का सृजन करने और विचार-विमर्श करने का अवसर प्रदान किया।