जयपुर, 27 फरवरी। शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने गुरूवार को विधानसभा में बताया कि स्कूली बच्चों के लिए कम्प्यूटर शिक्षा की अनिवार्यता को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष की बजट घोषणा के तहत कम्प्यूटर शिक्षक का अलग से संवर्ग सृजित किया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक कम्प्यूटर शिक्षक का कोई संवर्ग नहीं होने से यह विषय अन्य प्रशिक्षित अध्यापकों द्वारा पढ़ाया जाता है।
डोटासरा प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा इस संबंध में पूछे गये पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि 11वीं कक्षा में किसी भी संकाय के विद्यार्थी कम्प्यूटर विषय ले सकते हैं। लेकिन कम्प्यूटर शिक्षक का कोई संवर्ग नहीं होने के कारण यह संभव नहीं था। अब बजट घोषणा के तहत कम्प्यूटर शिक्षक का नया संवर्ग सृजित होने के बाद 11वीं के विद्यार्थी भी कम्प्यूटर विषय ले सकेंगे।
उन्होंने बताया कि स्वपोषित क्लिक योजना के तहत विद्यालय विकास प्रबंध समिति से प्रस्ताव के माध्यम से आर.के सी.एल से शिक्षक लेकर छठी से दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए कम्प्यूटर शिक्षा का प्रावधान किया गया था, लेकिन बच्चों से पैसे लेने के कारण यह ज्यादा प्रभावी नहीं हो सकी।
उन्होंने कहा कि चूरू जिले के 31 विद्यालयों में अक्रियाशील कम्प्यूटर लैब को फिर से शुरू किया जाएगा। इसके लिए विद्यालय विकास प्रबंध समिति के फण्ड से नये कम्प्यूटर खरीदे जाएंगे तथा पुराने व खराब कम्प्यूटर को भी ठीक करवाया जाएगा। उन्होंने जानकारी दी की वर्तमान में 9वीं और 10 वीं कक्षा में कम्प्यूटर विषय पढ़ाया जाता है जिसके प्राप्तांक प्रतिशत श्रेणी में नहीं जुड़ते हैं।