चार राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने अभियासों को किया सांझा 



चंडीगढ़, 9 अप्रैल:पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़़ और पुडूचेरी के स्वास्थ्य मंत्रियों ने देर शाम वीडियो कॉन्फ्ऱेंस के ज़रिये कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिए अपने-अपने राज्यों में अपनाए गए उत्तम अभियासों को सांझा किया।


हरेक राज्य/ केंद्र शासित प्रदेश ने अपनी रणनीति सामने रखी और कोविड के मामलों में विस्तार को देखते ट्रेसिंग और टेस्टिंग को बढ़ाने की ज़रूरत पर सहमति जतायी।


पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने दूसरे मंत्रियों को अवगत करवाया कि पंजाब ने ज़रूरी मशीनों की खरीद के साथ टेस्टिंग क्षमता को दस गुणा बड़ा दिया है।


उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने 1मिलियन लोगों की स्क्रीनिंग करने के उद्द्ेश्य से रैपिड टेस्टिंग मुहिम शुरू करने का फ़ैसला लिया है। इसको आगे बढ़ाते हुये पंजाब मंत्रीमंडल की तरफ से 10 लाख रैपिड टेस्टिंग किटें (आर.टी.के.) खरीदने की मंजूरी मिलने के उपरांत आई.सी.एम.आर. को 1लाख किटों का आर्डर दे दिया है।


पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि लुधियाना में पीपीई किटें बनाने का काम किया जा रहा है। इसके एक बार चालू होने से न सिफऱ् पंजाब अपनी ज़रूरत को पूरा कर सकेगा बल्कि अन्य राज्यों को सप्लाई करने के लिए भी ज़रूरी किटें बना लेगा।


वीडियो कॉन्फ्ऱेंस के दौरान, कुछ स्वास्थ्य मंत्रियों ने कोविड -19 मामलों में तेज़ी से वृद्धि की सूरत में हरेक जि़ला हैडक्वाटर में जांच सुविधा स्थापित करने की सलाह दी। बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि हालांकि भारत सरकार से जी.एम.सी. फरीदकोट, डी.एम.सी. और सी.एम.सी. लुधियाना में टेस्टिंग को मंज़ूरी मिलने से पंजाब इस हालात से निपटने की उम्मीद कर रहा है।


सभी मंत्रियों ने सहमति जतायी कि अब तक, इनफलूऐनज़ा लाइक इलनैस (आई एल आई) के मामलों या अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने वाले या कोविड -19 के मरीज़ों के संपर्कों की जांच की जा रही है परन्तु देश के अलग -अलग हिस्सों में बिना लक्षणों वाले केस पॉजिटिव पाये जा रहे हैं, यह चिंताजनक है और जिसके लिए बेहतर तैयारी करना ज़रूरी है। 


वीडियो कॉन्फ्ऱेंस में अन्यों के अलावा  मनीष तिवाड़ी,  शशी थरूर (दोनों सांसद) और पद्म भूषण सैम पित्रोदा भी शामिल थे।