लखनऊ : 18 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉक डाउन से प्रभावित गरीब और कमजोर वर्गों को राहत पहुंचाने के लिए एक हजार रुपए प्रति लाभार्थी की दर से दिए जा रहे भरण-पोषण भत्ते के वितरण कार्य की अब तक की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में लॉक डाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर शेष निर्माण श्रमिकों, दिहाड़ी मजदूरों तथा निराश्रित व्यक्तियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होने कहा कि शहरी और ग्रामीण इलाकों में छूटे हुए निराश्रित पात्र लोगों का युद्धस्तर पर चिन्हित करते हुए 01 हजार रु0 का भरण-पोषण भत्ता दिया जाए ।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि शिक्षण संस्थानों, चिकित्सालयों, कार्यालयों में काम करने वाले अस्थाई कर्मचारियों, आउटसोर्सिंग कर्मी जो लॉक डाउन अवधि के कारण कार्य स्थल पर उपस्थित नहीं हो पाए, ऐसे कार्मिकों की अनुपस्थिति अवधि के मानदेय में कोई कटौती न की जाए। निजी क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत श्रमिकों एवं अन्य कर्मियों को भी लॉक डाउन अवधि में मानदेय अवश्य दिया जाए ।