लंदन से अपनी जमी पर पहुंचे 148 प्रवासी राजस्थानी ।


 


 



जयपुर, 22 मई। लंदन से 148 प्रवासी राजस्थानियों की पहली उड़ान शुक्रवार को दोपहर जयपुर एयरपोर्ट पर उतरी। 


कोरोना महामारी में अपनों से दूर रह रहे प्रवासी अपनी घर वापसी पर बेहद खुष और उत्साहित दिखाई दिए। एयरपोर्ट पर सीएमडी आरवीपीएनएल  दिनेश कुमार व्यवस्थाओं को चाक चोबंद करवाते हुए अपनी देखरेख में सारी व्यवस्थाओं को सुनिष्चित करवा रहे थे। एयरपोर्ट पर आरोग्य सेतु और राजकोविड एप डाउनलोड करवाया गया।


दिनेश कुमार के अनुसार लंदन से जयपुर आई फ्लाइट में 148 प्रवासी राजस्थानी जयपुर आए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार की एडवाइजरी और सुरक्षा प्रोटोकॉल की पालना कराते हुए उनके आते ही 20-20 की संख्या में थर्मल स्केनिंग, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराते हुए मेेेडिकल चेक अप कराने, सीआईएसएफ अधिकारियों द्वारा लगेज कलेक्षन, कस्टम क्लयरेंस और सभी आवष्यक औपचारिकताएं पूरी कराकर बसों के माध्यम से निर्धारित होटलोें में से उनके द्वारा चाही गई होटल तक पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि अपनी धरती पर आने का सुकून सभी के चेहरे पर दिखाई दे रहा था।


 लंदन से पहुंचे राजस्थानी प्रवासियों के लिए फ्री में चाय, काफी, पानी की  व्यवस्था की गई।  
अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि फ्लाइट में आने वाले सभी 148 प्रवासी राजस्थानियों को सीधे होटलों में 14 दिन के अनिवार्य संस्थागत क्वारंटाइन पर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट में स्वास्थ्य मानकों की पूरी तरह से पालना कराते हुए पांच काउंटरों पर चिकित्सकों के दल द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। 
डा. अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार ने तीन केटेगरी की होटलों का चयन किया है। इनमें हाई, मिडिल और स्टेण्डर्ड केटेगरी की होटलों में से प्रवासियों को होटल चुनने का अवसर दिया है।  14 दिन का क्वारंटाइन पूरा होने पर इन यात्रियों का कोरोना टेस्ट करवाया जाएगा और निगेटिव रिपोर्ट आने पर जाने की अनुमति दी जा सकेगी।


 संस्थागत क्वारंटाइन के दौरान परिजनों या अन्य किसी को मिलने की अनुमति नहीं दी गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि फ्लाइट से आने वाले किसी भी प्रवासी का होम क्वारंटाइन नहीं होकर संस्थागत क्वारंटाइन ही होगा। 
जयपुर की लंदन में साइंटिस्ट  धीरु भंसाली ने सरकार के सहयोग और व्यवस्थाओं पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि वह वैज्ञानिक है और अब अपने पति के साथ यहां ही जॉब करेगी। चुरु के नन्द किशोर पेडीवाल जो ब्रिटेन में सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करते थे राजस्थान की सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अपनी धरती पर आने का अलग ही सुख है।


 लंदन में पढ़ाई कर रही कोटा की मोस्का ने बताया कि अब देश में ही रह कर आगे कुछ करेंगी। बिट्रेन में ही उच्च अध्ययन कर रहे उदयपुर के कुशाग्र नारायण नाग ने सरकारी प्रयासों पर आभार व्यक्त करते हुए संस्थागत कोरंटाइन को अच्छी पहल बताया।