जयपुर, 17 मई । लॉकडाउन के दौरान निरंतर कार्य करते हुए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने राजस्थान में एक करोड़ 28 लाख से ज्यादा एलपीजी सिलेंडर का वितरण किया।
साथ ही 48 करोड़ लीटर से ज्यादा पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति की गई। इस विषम परिस्थिति में भी सप्लाई चेन को सुचारू बनाए रखने में इन कंपनियों के वितरकों और घर-घर सिलेन्डर पहुंचाने वाले गैस बॉयज का सर्वाधिक योगदान रहा।
तीनों ही तेल कंपनियों के अधिकारियों और कर्मचारियों तथा कस्टमर अटेंडेंट ने भी ‘हर काम देश के नाम’ की भावना के साथ काम किया। देश की कई नामचीन हस्तियों ने गैस बॉयज और कस्टमर अटेंडेंट के जज्बे की सराहना की है।
राजस्थान में तेल उद्योग के राज्य स्तरीय समन्वयक सुनील गर्ग ने बताया कि प्रदेश में पेट्रोल-डीजल और एलपीजी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों द्वारा कुल 12 तेल टर्मिनल डिपो तथा 11 एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का लगातार संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा राज्य में कुल एक हजार 373 एलपीजी वितरक हैं जो लगभग एक करोड़ 62 लाख सक्रिय एलपीजी ग्राहकों को सेवा दे रहे हैं। राज्य भर में 4035 रिटेल आउटलेट्स लगातार आम जनता की ईंधन की आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हैं।
गर्ग ने बताया कि ईंधन और सिलेन्डर की आपूर्ति से संबन्धित सभी सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम से संबन्धित सभी दिशा-निर्देशों का भी पालन किया जा रहा है। इसलिए घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। कोरोना के कारण लॉकडाउन जैसे मुश्किल हालात में भी ईंधन एवं एलपीजी की आपूर्ति से संबन्धित अधिकारी, कर्मचारी, एलपीजी वितरक, रिटेल आउटलेट्स मालिक और इनके कर्मचारी, सिलेंडर डेलीवरी बॉयज तथा ट्रक और टैंकर चालक ने जिस निष्ठा, प्रतिबद्धता और हौसले का परिचय दिया है इसके लिए वे प्रशंसा के पात्र हैं।
गर्ग ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे इनका मनोबल बनाए रखने की हर संभव कोशिश करें।