जयपुर, 4 मई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लाॅकडाउन के कारण फंसे प्रवासी श्रमिक जो प्रदेश से बाहर अपने घर जाना चाह रहे हैं उनके जाने का किराया राज्य सरकार वहन करेगी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार यह सुनिष्चित करेगी कि संकट की इस घड़ी में फंसे श्रमिकों को घर जाने के लिए यात्रा किराए का भुगतान स्वयं नहीं करना पड़े। ऐसे लोग जो अपने राज्य में रेल से जाना चाहते हैं, उनके रेलवे यात्रा किराये का भुगतान तथा सड़क मार्ग से जाने वालों को राजस्थान की सीमा तक बस से निशुल्क पहुंचाने की व्यवस्था भी राजस्थान सरकार करेगी।
गहलोत सोमवार को वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के जरिए कोरोना संक्रमण रोकने के उपायों, लाॅकडाउन एवं प्रवासी श्रमिकों के आवागमन को लेकर अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने अपनी नई गाइडलाइन में अन्तर्राज्यीय आवागमन के लिए उन्हीं श्रमिकों और प्रवासियों को अनुमत किया है जो लाॅकडाउन के कारण अपने घर से दूर अन्य राज्यों में अटक गए हैं। जिला कलक्टर इस गाइडलाइन की पूरी तरह से पालना सुनिश्चित करें।
गहलोत ने निर्देश दिए कि ऐसे प्राइवेट हाॅस्पीटल्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें जो संकट की इस घड़ी में मरीजों का इलाज नहीं कर मानव सेवा के अपने नैतिक दायित्व का पालन नहीं कर रहे हैं।