केजरीवाल का विरोध


नई दिल्ली,7 जून । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा हालिया लिए गए निणर्य को लेकर पडौसी राज्यों और दिल्ली के लोगों में उनके खिलाफ गुस्सा फूट पडा है ।
   केजरीवाल ने निर्णय लिया ​है कि दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पतालों में अब केवल दिल्ली वालों का ही उपचार होगा । बाहरी लोगों का उपचार दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पतालों में नहीं होगा ।
 केजरीवाल के इस फैसले से दिल्ली में स्थित केन्द्र सरकार के अधीन आने वाले अस्पताल पूर्व की तरह हर मरीजों का उपचार करते रहेंगे लेकिन दिल्ली सरकार के तहत आने वाले सरकारी या निजी अस्पताल में अन्य राज्यों के रोगियों का उपचार नहीं होगा ।
  मुख्यमंत्री के इस फैसले को लेकर दिल्ली के पडौसी राज्यों सहित दिल्ली में रहने वाले लोगों में जबरदस्त गुस्सा है । दिल्ली के एक वाशिन्दे ने कहा कि यदि दिल्ली सरकार की तरह अन्य राज्य सरकारों ने भी इसी तर्ज पर ​फैसले ले लिये तो क्या स्थिति होगी । उन्होने कहा  केजरीवाल का फैसला मानवता के खिलाफ , न्यायसंगत नहीं है तुरंत अपना निर्णय वापस लेना चाहिए ।
 मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दो दिनों से अस्पतालों पर नजर है । केजरीवाल ने कल रात ही निजी अस्पतालों को लेकर कडे दिशा निर्देश दिये और उसके कुछ घंटों के बाद दूसरा फैसला लिया जिसमें दिल्ली के अस्पतालों में बाहरी रोगियों के उपचार पर रोक लगा दी ।
 लोगों में केजरीवाल के ताजा निर्णय को लेकर गुस्सा है ।इनका कहना है कि कोरोना महामारी में निपटने में असफल  रहे मुख्यमंत्री अजीबो गरीब निर्णय ले रहे है ।