पश्चिमी रेलवे ने परचम फहराया ।

 




जयपुर, 13 दिसम्बर । राजस्थान सरकार द्वारा वर्ष 2020 के लिये घोषित ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2020 में उत्तर पश्चिम रेलवे ने उत्कृष्ट प्रदर्षन के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में 10 पुरस्कार प्राप्त किये है। 

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट शशि  किरण के अनुसार श्री आनन्द प्रकाष, महाप्रबंधक-उत्तर पश्चिम रेलवे के दिषानिर्देषों पर रेलवे, ऊर्जा संरक्षण के साथ पर्यावरण को सुदृढ़ बनाने के लिये भी लगातार सकारात्मक कदम उठा रहा है, जिसमें परम्परागत संसाधनों के स्थान पर पर्यावरण अनूकुल स्त्रोतो का अधिकाधिक उपयोग किया जा रहा हैं। रेलवे के ऊर्जा संरक्षण के लिये किये गये प्रयासों के फलस्वरूप राजस्थान सरकार द्वारा ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2020 में उत्तर पश्चिम रेलवे को विभिन्न श्रेणियों में 10 पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की गई है।

लेफ्टिनेंट शशि  किरण के अनुसार राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार-2020 में उत्तर पश्चिम रेलवे के केन्द्रीय चिकित्सालय, जयपुर को हाॅस्पिटल बिल्डिंग श्रेणी में प्रथम, मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय-जोधपुर को प्रथम स्थान प्रदान किया गया है। 

सरकारी बिल्डिंग श्रेणी में उत्तर पश्चिम रेलवे के अजमेर वर्कषाॅप, बीकानेर वर्कषाॅप, जोधपुर वर्कषाॅप, श्रेत्रिय रेलवे प्रषिक्षण संस्थान, उदयपुर, रेलवे स्टेषन बीकानेर-ईस्ट, कोच केयर काॅम्प्लेक्स, जोधपुर, उत्तर पश्चिम रेलवे-मुख्यालय, आबूरोड स्टेषन सम्मिलित है। रेलवे द्वारा विगत वर्ष में ऊर्जा संरक्षण के लिये किये गये कार्य निष्पादन के लिये उत्तर पश्चिम रेलवे को 10 पुरस्कार प्रदान किये गये है। उत्तर पश्चिम रेलवे को प्राप्त पुरस्कारों की यह संख्या विगत वर्षों में अभी तक यह सर्वाधिक है।  

लेफ्टिनेंट षषि किरण ने बताया कि विगत समय में उत्तर पश्चिम रेलवे पर ऊर्जा संरक्षण के साथ पर्यावरण को सुदृढ़ बनाने के लिये अनेक कार्य किये गये है, जिनसे ऊर्जा की बचत तो हो ही रही है साथ ही पर्यावरण का संरक्षण कर राजस्व की भी बचत की जा रही है। उत्तर पश्चिम रेलवे परिक्षेत्र सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए समृद्व है। इस रेलवे पर अभी तक कुल 6973 ज्ञूच क्षमता के सोलर पैनल स्थापित किये गये है। इन सौलर पैनल के स्थापित होने से इस रेलवे पर प्रतिवर्ष 76 लाख से अधिक यूनिट की ऊर्जा की बचत की जा रही है।

ऊर्जा संरक्षण व हरित ऊर्जा की पहल के अन्तर्गत जयपुर स्टेषन पर 500 ज्ञूच क्षमता के 02 तथा अजमेर स्टेषन पर 500 ज्ञूच क्षमता का 01 के तथा जोधपुर स्टेषन पर कुल 770 ज्ञूच के उच्च सोलर पैनल स्थापित कर ऊर्जा प्राप्त की जा रही है। उत्तर पष्चिम रेलवे के क्षेत्राधिकार में जोधपुर वर्कषाॅप (440 ज्ञूच), मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय-जोधपुर (230 ज्ञूच), क्षेत्रीय रेलवे प्रषिक्षण संस्थान-उदयपुर (180 ज्ञूच), भगत की कोठी (कुल 250 ज्ञूच)    मारवाड़ जं. (120 ज्ञूच) सहित अन्य स्टेषनांें पर भी सौलर पैनल स्थापित कर विद्युत उत्पादन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त उत्तर पश्चिम रेलवे में लगभग 8.68 मेगावॉट क्षमता के सोलर सिस्टम लगाने के कार्य प्रगति पर है। 

इसके अतिरिक्त ऊर्जा संरक्षण के लिये रेलवे पर ऊर्जा दक्ष उपकरणों तथा आधुनिकम तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिनमें 100ः एलईडी लाइट का प्रावधान, स्टेषन प्लेटफार्म, स्टेषन बिल्डिंग व कार्यालयों में संेसरयुक्त आधारित प्रणाली की स्थापना जिसमें वहाॅ कोई न होने पर स्वतः ही लाइट बंद हो जाना, वाटर सप्लाई पम्पों में आॅटोमैटिक प्रणाली लगाना, हाई-मास्ट तथा स्ट्रीट लाइट उपकरणों में एस्ट्रों टाइमिंग का प्रयोग करना तथा ऊर्जा दक्ष व स्टार रेटिंग युक्त उपकरणों का प्रयोग किया जा रहा है।