विजय मशाल की जयपुर मिल्ट्री स्टेशन से विदाई

 


जयपुर, 06 फरवरी । 1971 भारत.पाक युद्ध के बहादुरों को सम्मानित  करने के लिए आयोजित स्वर्णिम विजय वर्ष के पूर्ण होने के उपलक्ष में आज जयपुर मिल्ट्री स्टेशन द्वारा विजय मशाल को विदाई दी गई।

भव्य विदाई समारोह के पश्चात यह विजय मिसाल जयपुर से भटिंडा के लिए अग्रसर की गई।  

 यह विजय मशाल मथुरा भरतपुर अलवर हिसार से होते हुए 25 जनवरी 2021 को जयपुर पहुंचीथी । 25 जनवरी 2021 से 05 फरवरी 2021 तक चले अपने 10 दिन के सत्र में आयोजित इन कार्यक्रमों में कई महान नायकों तथा उनके परिवारजनों को सम्मानित किया गया जिसमें पिलानी के 07 झुंझुनू व सीकर के 02 तथा पिंक सीटी के 12 विजेता शामिल थे। 



1971 भारत.पाक युद्ध के बहादुरों को सम्मानित करने के लिए विजय मशाल को दौसा तथा करौली भी ले जाया गया।

  1971 युद्ध के रणबांकूरों की वीरता को दर्शाने के लिए जयपुर तथा आसपास के कई स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गए। इन कार्यक्रमों में सेवारत अधिकारी सेवानिवृत सैनिकों वीर नारियों एनसीसी कैडिट कॉलेज के छात्र शहीदों के परिवारजनों और सिविल प्रशासन द्वारा बहुमूल्य योगदान दिया गया।

     यह कार्यक्रम युद्ध के नायकों और शहीदों को सम्मान देने तथा उनका अनुकरण करने के लिए आयोजित किये गए जिन्होंने राष्ट्र की सेवा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी।



 यह कार्यक्रम युवा पीढ़ी को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने तथा देश भक्ति की भावना को पैदा करने के लिए संयोजित किये गये। इस भव्य कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए कॉलेज के छात्रों तथा एनसीसी कैडिट द्वारा ऑडियो विजुअल प्रस्तुती दी गई।

    1971 युद्ध के जीत की 50वीं सालगिरह मनाने के उपलक्ष में वर्ष 2021 को स्वर्णिम विजय वर्ष का नाम दिया गया है जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी द्वारा नेशनल वार मेमोरियल दिल्ली से 4 मशाले प्रज्जवलित कर की गई। 

भारत .पाकिस्तान युद्ध 1971 एक ऐतिहासिक युद्ध था जिसकी सफलता बंगलादेश के लिए मुक्ति की घोषणा थी।यह चार मशाले उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक पूरे हिन्दुस्तान की परिक्रमा करने के साथ भारत के उन सभी स्थानों पर ले जाई जायेगी जहां 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले सैनिक या उनके परिवारजन निवास कर रहे हैं। 

यह मशाल यात्रा उन सभी स्थानों की पावन मिट्टी को भी संग्रहित करेगीए जहां इन वीर सपूतों का जन्म हुआ था। अंततरू यह समस्त मिट्टी नेशनल वार मेमोरियलए दिल्ली को समर्पित होगीए जो कि स्वर्णिम विजय वर्ष समारोह के समापन का प्रतीक होगा।