खातेदारी भूमि वालों के लिए खुशखबरी

  


 जयपुरJaipur  4 मई। राजस्थान Rajasthan में हाइड्रोकार्बन Hydrocarbons यानी की पेट्रोलियम उत्पादों की खोज के लिए खातेदार khatedar अपने स्तर से खातेदारी भूमि Khatedari Land को 15 वर्षों के लिए सबलेटSublet कर सकेंगे। 


माइंस एवं पेट्रोलियम विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डा सुबोध अग्रवाल के अनुसार खातेदार को भूमि रुपातंरण की अनुमति लेने की जरूरत नहीं होगी केवल संबंधित तहसीलदार को सूचित करना होगा। 


       एसीएस डा सुबोध अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान बाम्बे हाई Bombay High के बाद देश में घरेलू उत्पादन में दूसरे नंबर पर है। घरेलू उत्पादन में बाम्बे हाई की 40 प्रतिशत तो राजस्थान की 22 प्रतिशत हिस्सेदारी है। राज्य में बाड़मेर और जैसलमेर Barmer and Jaisalmer में क्रूड आयल Crude oil का उत्पादन हो रहा है।


       डा अग्रवाल ने बताया कि राज्य में ओसतन प्रतिदिन एक लाख 22 हजार बैरल खनिज तेल का उत्पादन हो रहा हैं वहीं 4 से 5 मिलियन क्यूबिक मीटर गैस का उत्पादन किया जा रहा है।  पिछले दिनों से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भावों में लगातार सुधार होने लगा है इससे राज्य में भी खनिज तेल के उत्पादन से राजस्व में बढ़ोतरी होगी।


       ए सी एस डा सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राज्य में पेट्रोलियम पदार्थों के उत्पादन में लगी कंपनियों के खोज व उत्पादन प्रगति की बारी.बारी से त्रैमासिक समीक्षा की जाएगी ताकि प्रदेश में तेल व गैस के उत्पादन और राजस्व बढ़ाने की प्रभावी मोनेटरिंग हो सके। 

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के पेट्रोलियम और नेचुरल गैस Natural gas विभाग की आपरेटिव व मैनेजमेंट कमेटी में राज्य सरकार का प्रतिनिधित्व होना चाहिए जिससे राज्य में इस क्षेत्र में हो रहे खोज व उत्पादन और राज्य के हितों की प्रभावी तरीके से रखा जा सके। उन्होंने भारत सरकार स्तर पर लंबित प्रकरणों को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करने और समन्वय व नियमित पत्राचार के निर्देश दिए।


       अतिरिक्त निदेशक पेट्रोलियम  अजय शर्मा ने पेट्रोलियम विभाग की गतिविधियों व प्रगति की पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी। बैठक में उपसचिव नीतू बारुपाल पेट्रोलियम विभाग के  मनीष माथुर और  रोहित मल्लाह ने भी हिस्सा लिया।